Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

वैज्ञानिकों ने खोज निकाला 4400 साल पुराने पिरामिड का रहस्यमय कमरा, अब उठेगा इतिहास से पर्दा!

04:22 PM Sep 30, 2023 IST | Ritika Jangid

मिस्र देश का नाम आते ही हम सभी को एक चीज़ याद आती है वो है पिरामिड, बच्चा-बच्चा भी इन पिरामिड के बारे में जानता है। जिस तरीके से ये बनाए गए है और इनके रहस्य, किसी भी व्यक्ति को इनकी तरफ आकर्षित कर लेते है। अब हाल ही में, मिस्र के पांचवें राजवंश फिरौन सहुरा के पिरामिड के गुप्त कमरों का खुलासा हुआ है। ये पिरामिड लगभग 4400 साल पहले फिरौन सहुरा के सम्मान में बनाया गया था। अब वैज्ञानिकों ने इसके अंदर सीक्रेट कमरे खोजे हैं, जो अतीत के कई रहस्यों को उजागर कर सकते हैं।

Advertisement

मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक वुर्जबर्ग के जूलियस मैक्सिमिलियंस यूनिवर्सिटीएट की एक टीम ने नई खुदाई से 8 स्टोरेज रूम का पता लगाया है, जिनके बारे में पहले कोई जानकारी नहीं थी। बता दें, उनकी जांच में कई स्टोरेज रूम का पता चला है, जिनका पहले डॉक्यूमेंटेशन नहीं किया गया था। डॉक्टर मोहम्मद इस्माइल खालिद इस टीम को लीड कर रहे थे। उनका कहना है कि, ‘यह खोज सहुरा पिरामिड और इसके एतिहासिक महत्व को समझने में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।

मालूम हो, सहुरा का पिरामिड 26वीं से 25वीं शताब्दी ईसा पूर्व के अंत में सहुरा के लिए बनाया गया था, जिसे सहुरे के नाम से भी जाना जाता है। ये पांचवें राजवंश के दूसरे राजा और अबुसिर में दफनाए जाने वाले पहले राजा थे। सहुरा का शासनकाल शांति और समृद्धि के लिए जाना जाता था। सहुरा के बारे में ये भी बताया जाता है कि उन्होंने अपने पड़ोसी देशों के साथ व्यापार भी किया है। उसने एक नौसेना भी बनाई थी और खदानें भी खोलीं थी।

पिरामिड की खुदाई कर उनके राज जानने के लिए पहले से ही खुदाई की जाती रही है और रहस्यों की खोज में प्राचीन पिरामिड की सबसे पहले खुदाई1836 में एक इंजीनियर जॉन पेरिंग ने की थी, जो कर्नल हॉवर्ड वायस के अधीन काम करते थे। इसके बाद 1907 में मिस्रविज्ञानी लुडविग बोरचर्ड ने इसकी और खोज की। वहीं 100 से अधिक सालों बाद अब वैज्ञानिकों ने एक बार फिर प्राचीन पिरामिड के अंदर कदम रखा है। डॉक्टर खालिद की टीम ने शुरुआत में पिरामिड की संरचना को स्थिर करने और इसे ढहने से रोकने का काम शुरू किया।


मालूम हो, वैज्ञानिकों ने 3डी लेजर स्कैनिंग का इस्तेमाल करके पिरामिड के अंदर डिटेल्ड सर्वे किया है। ताकि वे इस जगह के बाहरी क्षेत्रों और अंदर के गलियारों और कमरों का मैप बना पाए। वहीं इस प्रोसेस में वैज्ञानिकों को बड़ी सफलता तब हाथ लगी, जब उन्हें एक सीक्रेट रास्ते का पता चला। ये सीक्रेट रास्ता उन्हें अनदेखे स्टोर रूम तक ले गया। इसके बाद खुदाई करके वैज्ञानिकों ने ये सीक्रेट कमरे ढूंढ निकाले। जब वे इनके अंदर गए तो वहां का नजारा देख कर दंग रह गए। इन कमरों की छतें और फर्श को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया गया था। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि वहां क्या स्टोर किया गया था।

Advertisement
Next Article