19 पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा में कटौती, स्मृति ईरानी को 6 महीने का एक्सटेंशन
19 पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा में कटौती, ईरानी को राहत
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 19 पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा में कटौती का आदेश दिया है, लेकिन स्मृति ईरानी की सुरक्षा अगले 6 महीनों तक बरकरार रहेगी। सुरक्षा समीक्षा के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया। सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया गया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को 19 पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा में कटौती करने का आदेश दिया है। काफी समय से दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय पूर्व मंत्रियों को दी जा रही सुरक्षा को घटाने पर विचार कर रहे थे। हालांकि, इस सूची में कुछ पूर्व मंत्री और सांसद शामिल नहीं हैं, जिनकी सुरक्षा कुछ समय के लिए बरकरार रखने का निर्णय लिया गया है। सरकार ने यह फैसला सुरक्षा एजेंसियों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद लिया है। पूर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सुरक्षा भी फिलहाल बरकरार रखी गई है। जिन 19 पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा में कटौती की गई है, उनमें भानु प्रताप सिंह वर्मा और राजकुमार रंजन सिंह के नाम शामिल हैं। इन पूर्व मंत्रियों को कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी सुरक्षा प्रदान की जा रही थी।
पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा का प्रावधान क्या है?
मंत्रियों और सांसदों को सरकार आवश्यकता के अनुसार Y या Z श्रेणी की सुरक्षा देती है। अधिकतर मामलों में Y श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है। कई बार कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी मंत्रियों को लंबे समय तक सुरक्षा मिलती रहती है। हालांकि, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों के लिए कोई निश्चित सुरक्षा प्रावधान नहीं हैं, लेकिन गृह मंत्रालय अपने आकलन के अनुसार उन्हें 3 पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) और 4 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा उपलब्ध कराता है।
स्मृति ईरानी की सुरक्षा बरकरार
अमेठी से पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का नाम उन 19 पूर्व मंत्रियों की सूची में नहीं है, जिनकी सुरक्षा में कटौती की गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, स्मृति ईरानी को दी जा रही सुरक्षा कम-से-कम अगले 6 महीनों तक जारी रहेगी। मंत्रालय और दिल्ली पुलिस पिछले वर्ष दिसंबर से मंत्रियों को दी जा रही सुरक्षा की समीक्षा कर रहे थे।
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सुरक्षा आकलन कैसे किया जाता है?
सुरक्षा प्रदान करने और उसके प्रावधान तय करने की जिम्मेदारी भले ही गृह मंत्रालय की हो, लेकिन सही जानकारी और विश्लेषण के लिए सरकार विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों पर निर्भर रहती है। इस प्रक्रिया में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और अन्य खुफिया एजेंसियों से भी इनपुट लिया जाता है। मंत्रालय ने स्मृति ईरानी के अलावा पूर्व सेना प्रमुख वी.के. सिंह और अजय भट्ट की सुरक्षा भी अगले कुछ समय तक जारी रखने का निर्णय लिया है।