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बिकवाली बढ़ी: सैंसेक्स लुढ़का

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01:10 PM Dec 04, 2017 IST | Desk Team

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मुंबई : गत सप्ताह पूरे सत्रों पर बिकवाली का दौर बना होने से बीएसई व एनएसई में अच्छी गिरावट दर्ज की गयी। अंतिम सत्र के दौरान विदेशी निवेशकों की लगभग 98 प्रतिशत शेेयरों में बिकवाली से बीएसई गत सप्ताह 33679.24 से फिसलकर अंतिम सत्र में 32832.84 अंक पर आ गया। इसी तरह एनएसई 10389.70 से टूटकर इसी अवधि में 10121.80 अंक रह गया। मैैटल, बैंकों, पॉवर, इन्फ्रा आदि सैक्टर के शेयरों में गिरावट आ गयी थी। इसका असर स्माल व मीडियम पूंजी कम्पनियों पर भी साफ-साफ दिखाई दिया तथा इनके बाजार भी ढीले पडऩे की खबर थी।

आलोच्य सप्ताह पूरे दिन के कार्यसत्रों में बीएसई व एनएसई में भारी उथल-पुथल बनी रहने के बाद शाम को लुढ़क जाते थे, जिसमें शुरू के तीन सत्रों में 70-75 प्रतिशत शेेयरों में गिरावट होने से बीएसई बीते सप्ताह 33679.24 की तुलना में गत बुधवार को 33602.76 अंक पर आ गया था। इसी तरह एनएसई भी इसी अवधि में 10389.70 सेे गिरकर 10361.30 अंक रह गया था। इसके अगले दो अंतिम कार्यसत्रों पर तो करीब 90 से 98 प्रतिशत तक लगभग सभी शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गयी थी।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली बढऩेे से दोनों इंडैक्स में गिरावट दर्ज की गयी, जिसमें बैंकों, मैटल, पॉवर, स्टील, सीमेंट, तेेल, कोल, ऑटो, इंजीनियरिंग गुड्स के अलावा सॉफ्टवेयर आदि कम्पनियों के शेयरों में बिकवाली का माहौल रहा। हालांकि ऑटो सैक्टर में केवल मारुति सुजुकी का शेयर अंतिम सत्र पर तेजी में दिखाई दिया। यह गत सप्ताह की अपेक्षा अंत में करीब 118 रुपए की बढ़त लेकर बंद हुआ। जहां चालू वर्ष सितम्बर माह में जीडीपी पिछलेे साल इसी अवधि की तुलना में बढ़त सुनी गयी थी।

जीएसटी का प्रभाव होने से फिलहाल निकट में तो जीडीपी कमजोर अवस्था में ही रहेगी। इसका दूसरा पहलू देखा जायेे कि पिछले अक्टूबर माह की तरह नवम्बर माह में भी खाद्य उत्पादों में सब्जियों की महंगाई का असर खुदरा व थोक मूल्य सूचकांक में तेजी का दिखाई दे सकता है। जबकि परचेजिंग पॉवर कमजोर होने से महसूस होता है कि पीएमआई (परचेजिंग मैनेजिंग इंडैक्स) नरम रह सकता है। वहीं इस माह आरबीआई की ब्याज दरों में घटा-बढ़ी हेतु पिछली महंगाई का आंकड़ा तय करेगा। वहीं अमेरिका फैडरेल बैंक की भी इसी माह ब्याज दरों का मूल्यांकन होना है। ऐसे में देश-विदेश के शेयर बाजार मंद गति में कार्य करेंगे। वहीं विदेशी निवेशकों का इस माह क्रिसमस छुट्टियां मनाने हेतु बिकवाली का प्रैशर शेयर बाजारों पर दिखाई दे सकता है।

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