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जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग की चेतावनी आगामी 5 दिनों में बारिश, बर्फबारी की संभावना

जम्मू-कश्मीर में ‘चिल्लई कलां’ के दौरान कड़ाके की ठंड और बर्फबारी

02:39 AM Jan 20, 2025 IST | Himanshu Negi

जम्मू-कश्मीर में ‘चिल्लई कलां’ के दौरान कड़ाके की ठंड और बर्फबारी

जम्मू कश्मीर में मौसम विभाग की चेतावनी आगामी 5 दिनों में बारिश  बर्फबारी की संभावना
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जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड और कई जिलों में बर्फबारी का दौर जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दो पश्चिमी विक्षोभों के कारण आने वाले पांच दिनों में जम्मू और कश्मीर में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। वहीं जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में बर्फबारी की वजह से वादियां बर्फ से ढक गई है। गुरेज, डावर और तुलैल क्षेत्रों के सीमावर्ती इलाकों सहित बांदीपुरा जिले के ऊंचे इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई है। जम्मू-कश्मीर में बांदीपुरा के जिला प्रशासन ने कहा कि राजदान टॉप पर बर्फबारी और बर्फीली हवाएं चलने की सूचना मिली है, लेकिन 85 किलोमीटर लंबी बांदीपुरा सड़क फिलहाल खुली है। IMD के वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि दो पश्चिमी विक्षोभों के कारण आने वाले पांच दिनों में पश्चिमी हिमालय, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी की संभावना है।

जम्मू-कश्मीर में ‘चिल्लई कलां’ का दौर
जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड का 40 दिनों का दौर ‘चिल्लई कलां’ चल रहा है। इस दौर में डोडा का भलेसा इलाका बर्फबारी की ताजा बर्फबारी हुई है। जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर और क्षेत्र के कई अन्य हिस्सों में खराब मौसम के कारण सर्दी का प्रकोप बढ़ गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, श्रीनगर शहर में सुबह तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुलमर्ग में तापमान -1.6 डिग्री सेल्सियस, पहलगाम में 0.6 डिग्री सेल्सियस, बनिहाल में 6.6 डिग्री सेल्सियस, कुपवाड़ा में 2.4 डिग्री सेल्सियस, कटरा में 14.6 डिग्री सेल्सियस और जम्मू शहर में 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

क्या है ‘चिल्लई कलां’ का दौर
चिल्लई कलां जम्मू और कश्मीर में विशेष रूप से कश्मीर घाटी में अत्यधिक ठंड का 40 दिनों का दौर है। चिल्ला-ए-कलां के नाम से भी जाना जाने वाला यह काल, जिसका अर्थ है कि चालीस दिन की कड़ाके की ठंड जहां शून्य से नीचे के तापमान, जमे हुए जल निकाय और ठंड और बर्फ से ढकी हुई वादियां है। इस दौरान आमतौर पर भारी बर्फबारी होती है, जिससे दैनिक जीवन बाधित होता है। इस दौरान, तापमान अक्सर बेहद कम स्तर तक गिर जाता है, जिससे श्रीनगर में प्रसिद्ध डल झील भी बर्फ से जम जाती है।

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Himanshu Negi

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