वर्ष में केवल दो बार ही खुलता है टेढ़े खम्भों वाला शाहजी मंदिर, बसंत पंचमी पर खुलेगा
दुनिया में करोड़ों कृष्णभक्तों के आराध्य भगवान श्रीकृष्ण का ब्रज में एक ऐसा मंदिर भी है जो वर्ष में सिर्फ दो बार ही खुलता है। पहला मौका होता है बसंत पंचमी का, और दूसरा अवसर होता है श्रावण मास की अमावस्या के पश्चात हरियाली तीज का।
07:31 PM Jan 29, 2020 IST | Shera Rajput
दुनिया में करोड़ों कृष्णभक्तों के आराध्य भगवान श्रीकृष्ण का ब्रज में एक ऐसा मंदिर भी है जो वर्ष में सिर्फ दो बार ही खुलता है। पहला मौका होता है बसंत पंचमी का, और दूसरा अवसर होता है श्रावण मास की अमावस्या के पश्चात हरियाली तीज का।
ठाकुर राधारमण लाल के इस मंदिर को उसके निर्माणकर्ताओं के नाम पर ‘शाह जी का मंदिर’ एवं मंदिर के बरामदे में विशेष प्रकार के टेढ़े-मेढ़े खम्भे बनाए जाने के कारण ‘टेढ़े खम्भों वाला मंदिर’ भी कहा जाता है।
इस बार वसंत पंचमी के अवसर पर श्रीराधारमण लाल जी विशेष रूप से सजाए गए वासंती कमरे में वासंती पोशाक में दर्शन देंगे जिसकी एक झलक पाने के लिए हजारों भक्त इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं।
इस मंदिर के निर्माणकर्ता लखनऊ निवासी शाह बंधुओं शाह कुंदनलाल एवं शाह फुंदनलाल की पांचवीं पीढ़ी के वंशज एवं वर्तमान में प्रबंधक की जिम्मेदारी निभा रहे प्रशांत शाह ने बताया, ‘‘1868 में बसंत पंचमी के दिन ही स्वर्ण सिंहासन पर ठाकुर राधारमण लाल के श्रीविग्रह को प्रतिष्ठित किया गया।’’
बसंत पंचमी के अवसर गुरुवार को मंदिर के साथ-साथ वासंती कमरा सुबह और शाम दो बार तथा शुक्रवार को केवल शाम में खुलेगा।
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