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‘शब्दों की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए’ लालू यादव के पिंडदान वाले बयान पर Shambhavi Chaudhary गुस्से से लाल

05:55 PM Aug 22, 2025 IST | Shivangi Shandilya
‘शब्दों की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए’ लालू यादव के पिंडदान वाले बयान पर shambhavi chaudhary गुस्से से लाल
Shambhavi Chaudhary News

Shambhavi Chaudhary News: लोजपा (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के उस बयान पर जोरदार पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गया में नीतीश कुमार की राजनीति और उनकी पार्टी का पिंडदान करने आ रहे हैं।

PM Modi's Bihar visit पर क्या बोलीं शांभवी

लोजपा (रामविलास) सांसद ने कहा कि पूर्व सीएम को शब्दों की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब भी पीएम मोदी बिहार आते हैं तो ढेर सारी सौगात साथ लाते हैं। बिहार के लोग बेसब्री से उनके आगमन का इंतजार करते हैं। पीएम मोदी ने बिहार को विकसित बनाने के लिए कई परियोजनाओं की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार आगे बढ़ रहा है।

Former CM (पूर्व सीएम) को लेकर क्या बोलीं शांभवी

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Shambhavi Chaudhary News: शांभवी चौधरी ने दावा किया कि पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव जो काम नहीं कर पाए, वह काम बिहार में हो रहा है, तो उन्हें इसे स्वीकार करना चाहिए। लेकिन, वह भाषा की मर्यादा को भूल गए हैं। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। लेकिन, विरोध करने का भी अपना एक तरीका होता है। नीचता पर नहीं उतरना चाहिए। ऐसी बात करने से हम लोगों की छवि खराब होती है।

Nitish Kumar को ब्लैकमेल करने पर क्या बोलीं शांभवी

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Shambhavi Chaudhary News: उन्होंने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को नसीहत देते हुए कहा कि जिस बिल को लेकर वह कह रहे हैं कि यह नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू को ब्लैकमेल करने के लिए लाया जा रहा है, तो उन्हें थोड़ा पढ़ना चाहिए। नीतीश कुमार को ब्लैकमेल करने के लिए यह बिल कैसे हो सकता है? यह बिल उनके खिलाफ नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य राजनीति को अपराध से मुक्त करना और जनप्रतिनिधियों की छवि को स्वच्छ रखना है।

Shambhavi Chaudhary News: बिल में प्रावधान

उन्होंने कहा कि बिल में प्रावधान है कि जनप्रतिनिधियों को अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि (यदि कोई हो) का खुलासा एफिडेविट में करना होगा। यदि किसी पर गंभीर आरोप लगते हैं, तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, और यदि आरोप समाप्त हो जाते हैं, तो वे पुनः पद ग्रहण कर सकते हैं। यह प्रक्रिया राजनीति को पारदर्शी और स्वच्छ बनाने की दिशा में एक कदम है।

Tejashwi पर बोला हमला

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Shambhavi Chaudhary News: शांभवी ने तेजस्वी यादव पर बिहार की जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है और सुझाव दिया है कि उन्हें बिल को ध्यान से पढ़ना चाहिए। उनके मुताबिक, सरकार का यह प्रयास राजनीति को बेहतर और साफ-सुथरा बनाने के लिए है, न कि किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाने के लिए।

ये भी पढ़ें:बिहार SIR पर Supreme Court का बड़ा आदेश, आपत्ति पर सभी दलों को दाखिल करना होगा हलफनामा

सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मामले में बड़ा फैसला देते हुए राज्य के सभी 12 राजनीतिक दलों को पक्षकार बनाया है। कोर्ट ने राजनीतिक दलों से एसआईआर के दौरान मसौदा मतदाता सूची से बाहर किए गए लोगों की सहायता करने को भी कहा है। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच इस मामले में सुनवाई कर रही है। बेंच ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि बिहार में राजनीतिक दलों के 1.68 लाख से अधिक बूथ-स्तरीय एजेंट (बीएलए) हैं, लेकिन चुनाव आयोग के अनुसार सिर्फ दो आपत्तियां दर्ज की गई हैं।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ही चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से एसआईआर प्रक्रिया में आगे आकर सहयोग मांगा था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर को आदेश दिया कि राज्य की सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को नोटिस जारी करें। आगे पढ़ें 

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Shivangi Shandilya

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