Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने Rahul Gandhi को हिंदू धर्म से निकाला, मंदिरों में भी No Entry

शंकराचार्य ने राहुल गांधी पर मंदिरों में प्रवेश पर लगाई रोक

09:13 AM May 04, 2025 IST | Neha Singh

शंकराचार्य ने राहुल गांधी पर मंदिरों में प्रवेश पर लगाई रोक

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राहुल गांधी को हिंदू धर्म से निष्कासित कर दिया है। उन्होंने राहुल के संसद में मनुस्मृति पर दिए बयान से आहत होकर यह निर्णय लिया। अब राहुल गांधी को हिंदू धार्मिक गतिविधियों से वंचित कर दिया जाएगा और मंदिरों में उनके प्रवेश पर रोक लगाई जाएगी।

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती हमेशा चर्चाओं में रहते हैं। इस बार शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बड़ा ऐलान किया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बहिष्कृत कर दिया है। इसके लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राहुल गांधी की कुछ पुरानी घटनाओं का हवाला दिया है। बद्रीनाथ आश्रम स्थित ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा संसद में मनुस्मृति को लेकर दिए गए बयान से सनातन धर्मी आहत हैं। उन्होंने तीन महीने पहले इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा था, लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया, इसलिए वह सार्वजनिक रूप से उन्हें हिंदू धर्म से निष्कासित करने की घोषणा करते हैं।

क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, राहुल गांधी ने संसद में मनुस्मृति को लेकर बयान दिया था। इस पर शंकराचार्य ने राहुल गांधी से स्पष्टीकरण मांगा था। इस संबंध में उन्हें पत्र भी भेजा गया था, लेकिन तीन महीने बाद भी राहुल गांधी की ओर से कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने संसद में हिंदू धर्म का अपमान किया है। उन्होंने कहा है कि मैं आपकी मनुस्मृति को नहीं मानता। मैं संविधान को मानता हूं। जबकि हकीकत यह है कि हर हिंदू और सनातन धर्मी का संबंध मनुस्मृति से है। शंकराचार्य ने बताया कि उन्हें रिमाइंडर भी भेजा गया था। अब तीन महीने बीत चुके हैं। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि उन्हें हिंदू धर्म से क्यों बहिष्कृत किया जाएगा, वे हिंदू हैं ही नहीं।

शंकराचार्य ने कहा तीन महीने की अवधि में उन्होंने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने के लिए अपनी तरफ से कुछ नहीं किया। तब हमने निष्कर्ष निकाला कि राहुल गांधी को मनुस्मृति में आस्था नहीं है। वे संसद में खड़े होकर मनुस्मृति के बारे में गलत बयानबाजी कर रहे हैं। जबकि मनुस्मृति में बलात्कारियों को बचाने का कोई जिक्र नहीं है। आप मनुस्मृति को बदनाम करने के लिए ऐसा कह रहे हैं। हर हिंदू, चाहे वह सहमत हो या न हो, मनुस्मृति को अपना धार्मिक ग्रंथ मानता है। अगर आप मनुस्मृति को अपना ग्रंथ नहीं कह रहे हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप हिंदू नहीं हैं।

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यह तय हो चुका है कि राहुल गांधी हिंदू धर्म के खिलाफ काम कर रहे हैं। जनता के सामने यह स्पष्ट हो चुका है कि शायद वह हिंदू नहीं हैं। इसलिए आज से उन्हें हिंदू नहीं माना जाना चाहिए। हिंदू पुजारी और पंडित हिंदू रीति-रिवाज से उनकी पूजा न करें। हिंदू मंदिरों में उनके प्रवेश पर रोक लगा दी जानी चाहिए। उन्हें सभी हिंदू सनातनी धार्मिक गतिविधियों से वंचित कर दिया जाना चाहिए।

शंकराचार्य ने कहा कि तीन महीने बीत जाने के बाद भी राहुल गांधी ने अपने बयान के लिए न तो माफी मांगी है और न ही कोई स्पष्टीकरण दिया है, इसलिए हम सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी को हिंदू धर्म से निष्कासित करने की घोषणा करते हैं और घोषणा करते हैं कि उन्हें हिंदू नहीं माना जाता है, कोई भी उनकी पूजा नहीं कर सकता। शंकराचार्य ने कहा कि सभी धर्मों और यहां तक ​​कि कानून में भी किसी अपराधी को किसी क्षेत्र विशेष से निष्कासित करने का नियम है। उसी अधिकार का प्रयोग करते हुए धर्म की रक्षा के हित में राहुल गांधी को हिंदू धर्म से निष्कासित किया जाता है।

‘राहुल गांधी को भी जाति बतानी पड़ेगी’, जाति जनगणना पर बोले Manoj Tiwari

Advertisement
Advertisement
Next Article