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शरद पवार की NCP को बताया तुष्टिकरण की राजनीति और सनातन का विरोध करने वाली पार्टी

11:38 AM Oct 09, 2023 IST | Rakesh Kumar

भाजपा ने विपक्षी गठबंधन में शामिल एनसीपी ( शरद पवार गुट ) को 'नेशनल कम्युनल पार्टी' बताते हुए यह आरोप लगाया है कि एनसीपी और उसके नेता तुष्टिकरण की राजनीति और सनातन का विरोध करते रहे हैं। भाजपा ने विपक्षी दलों के ' आईएनडीआईए' गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों पर प्रहार करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 'घमंडिया फाइल्स' की एक नई सीरीज शुरू की है।

पांचवा एपिसोड जारी कर NCP की आलोचना

इस सीरीज के तहत भाजपा ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पांचवा एपिसोड जारी कर एनसीपी की आलोचना करते हुए कहा, घमंडिया फाइल्स के पांचवें एपिसोड में देखिए। कैसे, आई.एन.डी.आई. गठबंधन में शामिल एनसीपी व उसके नेता हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति और सनातन का विरोध करने में लगे रहे। 'घमंडिया फाइल्स' सीरीज के पांचवे एपिसोड में भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 2 मिनट और 27 सेकंड के शेयर किए गए वीडियो की शुरुआत में ही शरद पवार की एनसीपी को 'नेशनल कम्युनल पार्टी' बताते हुए कहा है कि, घमंडिया गठबंधन में शामिल पार्टी पर अगर आप गौर करेंगे तो एक से एक बढ़कर देश विरोधी और सनातन विरोधी पार्टी आपको इस गठबंधन में नजर आएगी, जिन्हें ना देश की सुरक्षा से कोई सरोकार है और ना ही भारत की जनता से। शरद पवार ने ऐसे ऐसे कारनामे किए हैं जिससे यह पता लगता है कि वह जनता के प्रति कितने संवेदनशील हैं और कितने जिम्मेदार हैं।

बम धमाके का जिक्र करते हुए वीडियो में आरोप

1993 में मुंबई में हुए बम धमाके का जिक्र करते हुए वीडियो में आरोप लगाया है कि, उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे थे। उस समय शरद पवार ने एक विशेष समुदाय को पीड़ित दिखाने के लिए झूठ बोला था और कहा था कि 13 विस्फोट हुए हैं जबकि हकीकत में 12 ही धमाके हुए थे। शरद पवार की एनसीपी को एक समुदाय से विशेष लगाव और दूसरे समुदाय से विशेष नफरत। वीडियो में एनसीपी के जितेंद्र आव्हाड के कई बयानों को दिखाते हुए यह दावा किया गया है कि एनसीपी जैसी पार्टियां चाहे घमंडिया जैसे कितने भी गठबंधन बना ले, जनता उन्हें स्वीकार नहीं करेगी।

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