Sidhu Moose Wala की डॉक्यूमेंट्री को पिता Balkaur Singh ने उठाई बैन करने के मांग, जानें वजह?
पिता बलकौर सिंह क्यों बैन करना चाहते हैं सिद्धू मूसेवाला की डॉक्यूमेंट्री
बलकौर सिंह ने महाराष्ट्र के डीजीपी और मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है, जिसमें उन्होंने इस डॉक्यूमेंट्री को बैन करने की मांग की है। उनका कहना है कि डॉक्यूमेंट्री के निर्माताओं ने न तो उनसे कोई अनुमति ली और न ही जानकारी साझा की।
पंजाब के मशहूर गायक और रैपर सिद्धू मूसेवाला की पॉपुलैरिटी आज भी लोगों के दिलों में ज़िंदा है। वहीं सिंगर पर बनी डॉक्यूमेंट्री का उनके फैंस बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। हालांकि, अब दिवंगत सिंगर पर बनी डॉक्यूमेंट्री पर विवाद खड़ा होता नज़र आ रहा है। बता दें, ये डॉक्यूमेंट्री बीबीसी वर्ल्ड सर्विस द्वारा तैयार की गई है, जिसकी स्क्रीनिंग से पहले ही सिद्धू मूसेवाला के परिवार ने सख्त ऐतराज़ जताया है। खासकर उनके पिता बलकौर सिंह ने इसे लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और ज़रूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही है। लेकिन क्या है पूरा मामला, आइए जानते हैं।
पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज
बलकौर सिंह ने महाराष्ट्र के डीजीपी और मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है, जिसमें उन्होंने इस डॉक्यूमेंट्री को बैन करने की मांग की है। उनका कहना है कि डॉक्यूमेंट्री के निर्माताओं ने न तो उनसे कोई अनुमति ली और न ही जानकारी साझा की, जबकि डॉक्यूमेंट्री में उनके बेटे की ज़िंदगी और हत्या से जुड़ी कई बातें दिखाई जा रही हैं।
क्यों करना चाहते हैं बैन
शिकायत में बलकौर सिंह ने यह भी बताया है कि 11 जून को मुंबई के जुहू इलाके में दोपहर 3 बजे इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रखी गई है। इस इवेंट के लिए इनविटेशन भी भेजे जा चुके हैं। उन्होंने चिंता जताई कि इस डॉक्यूमेंट्री में कुछ ऐसी बातें हो सकती हैं जो उनके बेटे की इमेज पर असर डाल सकती हैं। इसके साथ ही यह डॉक्यूमेंट्री चल रहे मर्डर केस की सुनवाई पर भी असर डाल सकती है।
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कोर्ट में जाने की दी चेतावनी
बलकौर सिंह का आरोप है कि बीबीसी की टीम ने उन लोगों के इंटरव्यू भी लिए हैं, जिनका नाम सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जुड़े केस में आ चुका है। इससे न सिर्फ मामले की गंभीरता पर असर पड़ सकता है, बल्कि न्याय प्रक्रिया में भी बाधा आ सकती है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर डॉक्यूमेंट्री को रोका नहीं गया तो वे कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे। फिलहाल इस पूरे विवाद पर न तो बीबीसी की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया है और न ही पुलिस ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया दी है।
सिद्धू मूसेवाला को किया याद
बता दें कि 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की तीसरी पुण्यतिथि थी। इस मौके पर उनके चाहने वालों ने उन्हें सोशल मीडिया और अलग-अलग कार्यक्रमों के ज़रिए याद किया था। इसके अलावा सिद्धू के गांव मूसा में उनके परिवार ने एक भावुक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें परिवार के दर्द और बेटे की याद में बहते आंसू साफ नज़र आए। सिद्धू मूसेवाला भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज़, उनके गाने आज भी याद किए जाते हैं। अब देखना होगा कि आगे बीबीसी और प्रशासन इस पर क्या रुख अपनाते हैं।