Silver Price : 2 लाख रूपए किलो तक पहुंचेगी चांदी, जानिए कितना समय बचा है
नई दिल्ली: निवेश के लिए लंबे समय तक गोल्ड को बेहतर विकल्प माना जाता रहा है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। पिछले छह महीनों में चांदी (सिल्वर) ने सोने से अधिक रिटर्न दिया है, जिससे चांदी की मांग तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में चांदी की कीमतें और भी ऊंचाई छू सकती हैं।
चांदी की वर्तमान कीमत और भविष्य का अनुमान
भारतीय बाजार में चांदी ने पहली बार 1,14,000 रुपए प्रति किलो का आंकड़ा पार कर लिया है। ऑगमोंट की रिसर्च हेड रेनीषा चैनानी के अनुसार, चांदी निकट भविष्य में 1,20,000 रुपए प्रति किलो के आसपास पहुंच सकती है और 2026 तक इसकी कीमत 2,00,000 रुपए प्रति किलो तक जा सकती है। यह तेजी मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल मांग, आर्थिक सुधार और निवेशकों की रुचि के कारण है।
क्यों हो रही है महंगी?
इस वर्ष चांदी ने 30% से अधिक की बढ़त दर्ज की है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी ने करीब 14 साल के उच्चतम स्तर $39 प्रति ट्रॉय औंस को पार कर लिया है। पृथ्वीफिनमार्ट कमोडिटी रिसर्च के मनोज कुमार जैन के अनुसार, चांदी की मांग औद्योगिक धातु के रूप में बढ़ रही है, खासकर ग्रीन एनर्जी, सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक वाहनों और इलेक्ट्रॉनिक्स में इसकी उपयोगिता के कारण।
ग्रीन एनर्जी और निवेश का प्रभाव
परंपरागत ऊर्जा स्रोतों से ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ते रुझान ने चांदी की खपत को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा महंगाई से बचाव के लिए भी निवेशक चांदी को पसंद कर रहे हैं। भारत में चांदी के ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) लोकप्रिय हो रहे हैं और ETF होल्डिंग हाल ही में 1,200 मीट्रिक टन के पार पहुंच गई है। वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और व्यापार नीतियों की अनिश्चितता भी चांदी की मांग को बढ़ा रही हैं।
भविष्य में क्या है संभावना?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी फिलहाल $39 प्रति ट्रॉय औंस से ऊपर कारोबार कर रही है और विशेषज्ञ मानते हैं कि यह $42 प्रति औंस तक पहुंच सकती है। तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, भारतीय बाजार में चांदी की कीमत 1,20,000 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकती है। लंबी अवधि में, मार्च 2026 तक चांदी $50 प्रति औंस (लगभग 1,40,000 रुपए प्रति किलो) और 2029 के अंत तक 1,80,000 से 2,00,000 रुपए प्रति किलो तक पहुंचने की संभावना है। रेनीषा चैनानी ने भी कहा कि त्योहारों के मौसम में घरेलू मांग मजबूत रहेगी और आर्थिक हालात सकारात्मक रहने से निवेशकों की रुचि बनी रहेगी, जिससे चांदी की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है।