मई में एसआईपी इनफ्लो ऑल-टाइम हाई पर, निवेशकों की बढ़ती भागीदारी
मई में एसआईपी इनफ्लो ने बनाया नया रिकॉर्ड
मई में एसआईपी इनफ्लो ऑल-टाइम हाई 26,688 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है। एम्फी के डेटा के अनुसार, एसआईपी योगदान देने वाले खातों की संख्या 8.56 करोड़ हो गई है। खुदरा निवेशकों की प्राथमिकताएं विकसित हो रही हैं, जिससे म्यूचुअल फंड निवेश का अहम जरिया बन रहा है।
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) इनफ्लो मई में ऑल-टाइम हाई 26,688 करोड़ रुपए पर रहा है। अप्रैल में यह आंकड़ा 26,632 करोड़ रुपए था। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (एम्फी) की ओर से मंगलवार को जारी किए गए डेटा में यह जानकारी दी गई।एसआईपी का लगातार बढ़ता इनफ्लो दिखाता है कि लोग लंबी अवधि के नजरिए से म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। एम्फी के डेटा के मुताबिक, मई में एसआईपी योगदान देने वाले खातों की संख्या बढ़कर 8.56 करोड़ हो गई है, जो कि पिछले महीने में 8.38 करोड़ पर थी। स्मॉलकेस मैनेजर और ग्रोथ इन्वेस्टिंग के संस्थापक नरेंद्र सिंह ने कहा कि निवेशकों की प्राथमिकताएं विकसित हो रही हैं। इक्विटी फंडों की ओर स्पष्ट झुकाव दिखाई दे रहा है, जो लंबी अवधि की विकास संभावनाओं और लोन के प्रति सतर्क रुख से प्रेरित है।”
एसआईपी इनफ्लो ऑल-टाइम हाई
एसआईपी इनफ्लो ऑल-टाइम हाई पर होने पर उन्होंने कहा कि खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है। म्यूचुअल फंड निवेश का अहम जरिया बन रहे हैं। एसआईपी के तहत कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट(एयूएम) अप्रैल के 13.90 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 14.61 लाख करोड़ रुपए हो गया है। एसआईपी एयूएम म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के कुल एयूएम का करीब 20.24 प्रतिशत रहा, जबकि अप्रैल में यह 19.9 प्रतिशत था।
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मई में करीब 59 लाख एसआईपी खाते ओपन हुए हैं
एम्फी के डेटा के मुताबिक, मई में कई महीनों के बाद एसपीआई स्टोपेज रेश्यो में कमजोरी देखने को मिली है। मई में करीब 59 लाख एसआईपी खाते ओपन हुए हैं, जबकि 43 लाख खातों में एसआईपी बंद या मैच्योर हुई। मई में कुल एसआईपी खातों की संख्या 9.06 करोड़ थी।सैपिएंट फिनसर्व के संस्थापक निदेशक अमित बिवलकर ने कहा कि आने वाले समय में भी बाजार की चाल और एसआईपी अनुशासन एयूएम वृद्धि को समर्थन देना जारी रखेगा। इक्विटी म्यूचुअल फंड्स एयूएम मई में करीब 4.85 प्रतिशत बढ़कर 72.2 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो कि अप्रैल में 70 लाख करोड़ रुपए पर था।