देशभर में SIR का दूसरे चरण की घोषणा! इन 12 राज्यों से होगी शुरुआत, चुनाव आयोग ने बताई इसके पीछे की वजह
SIR Second Phase Announcement: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने आज नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने देशभर में स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) यानी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के दूसरे चरण की शुरुआत की घोषणा की। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूचियों को और अधिक सटीक बनाना, नए मतदाताओं को जोड़ना और त्रुटियों को सुधारना है।
SIR Second Phase Announcement: 12 राज्यों में चलेगा दूसरा चरण
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस बार SIR का दूसरा चरण 12 राज्यों में चलाया जाएगा। इस दौरान चुनाव आयोग का ध्यान मतदाता सूची के अद्यतन (अपडेशन), नए नाम जोड़ने, पुराने या मृत मतदाताओं के नाम हटाने और किसी प्रकार की गलत प्रविष्टियों को सुधारने पर रहेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से मतदाता सूची अधिक पारदर्शी और सही बनेगी, ताकि भविष्य में किसी भी चुनाव के दौरान कोई गड़बड़ी या भ्रम की स्थिति न उत्पन्न हो।

Nationwide SIR: मतदाताओं की भागीदारी पर आभार
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ने देशभर के मतदाताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने विशेष रूप से बिहार के 7.5 करोड़ मतदाताओं की सराहना की, जिन्होंने इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा, “मैं बिहार और देश के सभी मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मतदाता सूची को बेहतर बनाने में सहयोग किया और इस प्रक्रिया को सफल बनाया।”
सभी राज्यों से हुई चर्चा
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग ने देश के सभी 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरी प्रक्रिया पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। इन बैठकों में यह सुनिश्चित किया गया कि मतदाता सूची को सही और अद्यतन रखने के लिए हर स्तर पर पारदर्शिता और सतर्कता बरती जाए।

अब तक आठ बार हुआ SIR
मुख्य चुनाव आयुक्त ने जानकारी दी कि भारत में अब तक 1951 से 2004 के बीच आठ बार विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया आयोजित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि बीते वर्षों में कई राजनीतिक दलों ने मतदाता सूचियों की गुणवत्ता और सटीकता को लेकर सवाल उठाए थे। इसलिए यह दूसरा चरण आवश्यक हो गया ताकि सूची में मौजूद त्रुटियों को दूर किया जा सके।
आज रात फ्रीज होगी मतदाता सूची
आयुक्त ने बताया कि जिन राज्यों में SIR की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, वहां की मतदाता सूची आज रात फ्रीज कर दी जाएगी। इसका अर्थ है कि इसके बाद सूची में किसी प्रकार का बदलाव फिलहाल नहीं किया जा सकेगा, ताकि संशोधन की प्रक्रिया व्यवस्थित तरीके से पूरी की जा सके।
SIR News Hindi: क्यों जरूरी है SIR?
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि SIR प्रक्रिया कई वजहों से जरूरी है।
- जनसंख्या का पलायन: बार-बार लोगों के स्थान परिवर्तन के कारण एक ही व्यक्ति का नाम कई जगहों पर दर्ज हो जाता है।
- मृत मतदाताओं के नाम: कई बार मृत व्यक्तियों के नाम सूची से हटाए नहीं जाते, जिससे आंकड़ों में गड़बड़ी होती है।
- विदेशी नागरिकों की प्रविष्टि: कभी-कभी गलत जानकारी के कारण विदेशी नागरिकों के नाम भी सूची में शामिल हो जाते हैं।
- उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को दूर कर मतदाता सूची को पूरी तरह सटीक बनाना चुनाव आयोग की प्राथमिकता है।
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