For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

बहन और भाई न करें भाई दूज पर ये गलतियां,शुभ मुहुर्त में ऐसे करें तिलक

धार्मिक मान्यता है कि भाई दूज के दिन यमराज की पूजा उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं यथाशीघ्र पूर्ण होती हैं। हालांकि, भाई दूज मनाने के कई नियम हैं। इसके लिए भाई दूज के दिन गलतियां बिल्कुल न करें।

11:59 AM Oct 27, 2022 IST | Desk Team

धार्मिक मान्यता है कि भाई दूज के दिन यमराज की पूजा उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं यथाशीघ्र पूर्ण होती हैं। हालांकि, भाई दूज मनाने के कई नियम हैं। इसके लिए भाई दूज के दिन गलतियां बिल्कुल न करें।

बहन और भाई न करें भाई दूज पर ये गलतियां शुभ मुहुर्त में ऐसे करें तिलक
हर साल भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है।इस मौके पर बहनें अपने भाई के सिर पर तिलक लगाकर लंबी आयु की कामना मृत्यु के देवता यमराज से करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि भाई दूज के दिन यमराज की पूजा उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं यथाशीघ्र पूर्ण होती हैं। हालांकि, भाई दूज मनाने के कई नियम हैं। इसके लिए भाई दूज के दिन गलतियां बिल्कुल न करें।
Advertisement
Advertisement
भाई दूज के शुभ मुहूर्त
उदया तिथि के अनुसार भाई दूज 26 अक्टूबर और 27 अक्टूबर दोनों दिन मनाई जाएगी। 26 अक्टूबर 2022  को 02 बजकर 43 मिनट से भाई दूज की शुरुआत होगी। 27 अक्टूबर को इसका समापन दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर होगा।
 26 अक्टूबर तिलक और पूजा शुभ मुहूर्त- दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक होगा।
विजय मुहूर्त- दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 42 मिनट तक होगा।
27 अक्टूबर तिलक शुभ मुहूर्त – सुबह 11 बजकर 07 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक होगा।
भाई दूज के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां
भाई दूज के दिन नॉनवेज यानी तामसिक भोजन न ग्रहण करें। इस दिन तामसिक भोजन करने से यमराज रूष्ट हो जाते हैं। साथ ही उनकी कृपा नहीं बरसती है।
भाई दूज पूजा विधि-
सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित कर भगवान का ध्यान करें।इस दिन भाई को घर बुलाकर तिलक लगाकर भोजन कराने की परंपरा है।
भाई के लिए पिसे हुए चावल से चौक बनाएं।भाई के हाथों पर चावल का घोल लगाएं।
भाई को तिलक लगाएं।तिलक लगाने के बाद भाई की आरती उतारें।
भाई के हाथ में कलावा बांधें।भाई को मिठाई खिलाएं।मिठाई खिलाने के बाद भाई को भोजन कराएं।भाई को बहन को कुछ न कुछ उपहार में जरूर देना चाहिए।
भाई दूज के दिन बहनों को तिलक लगाने से पहले अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए। जब तक भाई के सिर पर तिलक नहीं लगा देती हैं। तब तक उन्हें उपवास करना चाहिए। साथ ही भाई की पसंद का व्यंजन पकाना चाहिए।
भूलकर भी आज के दिन बहन या भाई काले वस्त्र न पहनें।
दिशा का भी ख्याल करना चाहिए। भाई दूज के दिन भाई का मुख उत्तर या उत्तर पश्चिम की दिशा में होना चाहिए। वहीं, बहनें पूर्व या उत्तर पूर्व की दिशा में मुखकर बैठें।
भाई दूज के दिन किसी का दिल न दुखाएं। न ही किसी को भला बुरा कहें। ऐसा करने से भी यमराज रुष्ट हो जाते हैं।
Advertisement
Author Image

Advertisement
×