लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए श्रमिकों को नकद सहायता राशि दे केंद्र : सीताराम येचुरी
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि संगठित और असंगठित क्षेत्र में बेरोजगारी दर बढ़कर 26 प्रतिशत हो गयी है और सरकार ने अब तक बेरोजगार हुए कामगारों को राहत देने का कोई उपाय नहीं किया।
04:10 PM Apr 21, 2020 IST | Desk Team   
देश में कोरोना प्रसार के रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण कई कामगारों का रोजगार छिन गए है। इसको लेकर माकपा ने मंगलवार को केंद्र सरकार से संगठित और असंगठित क्षेत्रों में बेरोजगार हुए श्रमिकों को नकद सहायता राशि देने की मांग की है। इसके साथ ही उसने कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट को देखते हुए पैट्रोलियम उत्पादों की कीमत घटाने को कहा है। 
  Advertisement  
  
 माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि संगठित और असंगठित क्षेत्र में बेरोजगारी दर बढ़कर 26 प्रतिशत हो गयी है और सरकार ने अब तक बेरोजगार हुए कामगारों को राहत देने का कोई उपाय नहीं किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘इस गंभीर संकट के बारे में हमने अब तक प्रधानमंत्री या सरकार के किसी मंत्री से एक शब्द भी नहीं सुना है। बेरोजगारी की दर बढ़कर 26 प्रतिशत तक पहुंच गई है, सरकार संगठित और असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए नकद सहायता राशि देने के पैकेज की घोषणा क्यों नहीं कर रही है?’’ 
 
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट का जिक्र करते हुए येचुरी ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत में गिरावट को देखते हुए अब मोदी सरकार के पास रसोई गैस, डीजल और पेट्रोल की अधिक कीमत वसलूने की कोई ठोस वजह नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था ठहराव की स्थिति में आ गयी है। ऐसे में लोगों को हरसंभव सहायता की जरूरत है। येचुरी ने कहा, ‘‘केन्द्र सरकार के लिए पीड़ित जनता से मुनाफा कमाना कतई उचित नहीं है।’’
  Advertisement