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रूस Vs यूक्रेन की लड़ाई में सीमित हुई सोशल मीडिया, प्रतिबंधों का कितना हो रहा असर? पढ़े पूरी खबर

यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने से पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश में सोशल मीडिया मंच तथा अन्य ऐप की पहुंच को सीमित करने का काम शुरू कर दिया था।

11:53 AM Mar 14, 2022 IST | Desk Team

यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने से पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश में सोशल मीडिया मंच तथा अन्य ऐप की पहुंच को सीमित करने का काम शुरू कर दिया था।

यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने से पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश में सोशल मीडिया मंच तथा अन्य ऐप की पहुंच को सीमित करने का काम शुरू कर दिया था और अब विरोध में लगातार उठ रही आवाजों को दबाने के लिए तमाम प्रतिबंध लगा रहे हैं। हालांकि, रूसी खोजी पत्रकार आंद्रेई सोलातोव ने आगाह किया है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद पश्चिमी प्रौद्योगिकी कम्पनियों के उसके साथ संबंध तोड़ने से फायदा पुतिन का ही ज्यादा होगा। 
उन्होंने रूसी सेंसरशिप का पर्दाफाश करने के लिए कई वर्ष तक मशक्कत की है और अब उन्हें डर है कि यूक्रेन की सहायता के लिए उठाए जा रहे कदम इसके बजाय पुतिन को रूसियों को सूचनाओं से दूर करने और क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) को उसकी नीतियों का प्रचार करने में मदद करेंगे।
प्रतिबंधों का कितना हो रहा असर?
लंदन में रहने वाले सोलातोव ने यूक्रेन युद्ध के पहले सप्ताह में फेसबुक पर लिखा था, ‘‘देखो, दोस्तों, रूसियों के पास यूक्रेन के बारे में बात करने के लिए यही एक जगह है। रूस में क्या हो रहा है यह जानकारी साझा करने का एकमात्र मंच ‘फेसबुक’ है।’’ हालांकि, रूस ने सोशल मीडिया मंच फेसबुक और ट्विटर तक लोगों की पहुंच काफी सीमित कर दी है। रूसी इंटरनेट के जरिए इन्हें चलाना लोगों के लिए अब मुश्किल हो गया है। पुतिन ने देश में पश्चिमी मीडिया तथा कई स्वतंत्र समाचार साइट तक पहुंच को भी अवरुद्ध कर दिया है। वहीं, एक नया कानून पारित किया गया है, जो सरकार की नीतियों के विरुद्ध कोई भी जानकारी फैलाने वाले को अपराध की श्रेणी में लाता है।
रूस में इंस्टाग्राम हुआ प्रतिबंधित, जानें किस कंपनी ने क्या कहा 
रूस ने शुक्रवार को कहा था कि वह सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम तक भी लोगों की पहुंच को प्रतिबंधित करेगा। ‘अमेजन वेब सर्विसेज’ ने रूस में काम करना जारी रखा है, हालांकि उसका कहना है कि वह किसी भी नए ग्राहकों को नहीं जोड़ रहा है। इसके विपरीत, ‘माइक्रोसॉफ्ट’ ने यह नहीं बताया है कि वह देश में अपनी क्लाउड सेवाओं को रोकेगा या नहीं, हालांकि उसने उत्पादों और सेवाओं की सभी नयी बिक्री को निलंबित कर दिया है।
अमेरिका इंटरनेट ट्रैफिक का एक प्रमुख सेवा प्रदाता ‘कोजेंट’ ने रूस के अंदर सीधे कनेक्शन काट दिए हैं, लेकिन रूसी नेटवर्क प्रदाताओं की सहायक कम्पनियों के माध्यम से देश के बाहर एक्सचेंज पाइप के जरिए सेवाएं दे रहा है।
‘कोजेंट’ रुसी नागरिकों को नहीं करना चाहती अलग-थलग 
‘कोजेंट’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डेव शेफ़र ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम रूस के लोगों को अलग-थलग नहीं करना चाहते और हमारा मानना है कि मुक्त इंटरनेट दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है, हालांकि सीधे कनेक्शन से रूसी सरकार द्वारा आक्रामक साइबर प्रयासों के लिए इसका इस्तेमाल किए जाने का भय है।’’ उन्होंने कहा कि संघर्ष के दौरान ‘कोजेंट’ यूक्रेन में अपने ग्राहकों को मुफ्त सेवा प्रदान कर रहा है।
वहीं, शोधकर्ताओं का कहना है कि रूसी अधिकारियों को गोपनीयता की रक्षा करने वाले ‘टोर ब्राउज़र’ को अवरुद्ध करने में भी कुछ सफलता मिल गई है, जो वीपीएन की तरह उपयोगकर्ताओं को तथाकथित डार्क वेब पर विशेष साइट पर कुछ विशिष्ट सामग्री देखने में मदद करता है। हालांकि, रूस ने संदेश भेजने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ऐप ‘टेलीग्राम’ को अब तक प्रतिबंधित नहीं किया है।
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