Dhamaal के वेणुगोपाल अय्यर के नाम को टक्कर देता है इस गांव का नाम, 100 बार में भी नहीं पढ़ पाएंगे सही नाम
06:07 PM Sep 04, 2023 IST
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कॉमेडी फिल्म धमाल किसने नहीं देखी होगी? ये शायद पूछना ही गलत है क्योंकि ये फिल्म है इतनी मजेदार कि अगर ये अब भी टीवी पर आती है तो लोग इसे देखने बैठ जाते है। यूं तो इस मूवी का हर डायलॉग और सीन इंसान को अपना पेट पकड़ कर हंसने के लिए मजबूर कर देता है। लेकिन जब मूवी में टैक्सी ड्राइवर वेणुगोपाल अय्यर की एंट्री होती है, तो लोगों की हंसी रोक नहीं रुकती है। क्योंकि उनका नाम ही इतना बड़ा होता है कि पूरा रास्ता खत्म होने को आता है लेकिन उनका नाम खत्म नहीं होता है। उस समय आप भी सोचते होंगे कि इतना बड़ा नाम आखिर किसी का नहीं हो सकता है। लेकिन आप गलत है क्योंकि आज हम आपको ऐसे ही नाम के बारे में बताने वाले है जो धमाल मूवी के वेणुगोपाल अय्यर के नाम को टक्कर दे रहे है।
10 बार में भी नहीं पढ़ पाते नाम
आप शायद अभी भी सोच रहे होंगे की इतना बड़ा नाम किस व्यक्ति का होता है। तो हां इतना बड़ा नाम किसी व्यक्ति का नहीं है बल्कि एक स्टेशन है, साथ ही आपको ये भी बता दें कि ये नाम इतना बड़ा भी नहीं है कि आपका पूरा रास्ता ही खत्म हो जाएगा पर गांव का नाम नहीं। बता दें, ये छोटा सा गांव वेल्स में मिनाइ स्ट्रेट के पास मौजूद है। इसका नाम इतना लंबा है कि साइनबोर्ड भी खासा लंबा-चौड़ा लगाया गया है। इस गांव का नाम Llanfairpwllgwyngyllgogerychwyrndrobwllllantysiliogogogoch है। क्यों चक्करा गया ना सिर ये नाम देखकर। सोचिए उन लोगों का क्या होता होगा जो इस गांव में रहते होंगे।
ये है गांव का छोटा नाम
मालूम हो, इस गांव को यूरोप में सबसे लंबे नाम वाली जगह माना जाता है, कहें भी क्यों ना जब इसके नाम में 58 कैरेक्टर्स हैं। जाहिर सी बात है इतना लंबा नाम लेना सबसे लिए मुश्किल है, इसी के चलते गांव को शॉर्ट में Llanfairpwll कहा जाता है। वैसे इस जगह का असल नाम Pwllgwyngyll है, जिसे कम से कम पढ़ा या बोला तो जा सकता है लेकिन जो ऑफिशियल नाम है।
मजाक में रखा गांव का बड़ा नाम
16वीं सदी में इस गांव का नाम Llanfair y Pwllgwyngyll था, जिसका नाम Pwllgwyngyll में सेंट मैरी का चर्च था। गांव का मौजूदा नाम साल 1869 में मज़ाक-मज़ाक में रखा गया था, ताकि इसे ब्रिटेन के सबसे लंबे नाम वाला रेलवे स्टेशन मिल सके। Sir John Morris-Jones नाम के शिक्षाविद् के मुताबिक एक लोकल टेलर ने इस नाम को दिया था। बताया जाता है कि सिर्फ इस नाम की वजह से हर साल यहां 2 लाख लोग आते हैं।
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