क्या आप जानते है कि इलेक्ट्रिक प्लग के तीनों पिन में कट क्यों लगाया जाता है? जानिए इसके बारें में इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स
हालाँकि हम अपने आस-पास के वातावरण में लगभग रोज कई ऐसी चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं, जिनके बारें में हमें अच्छी तरह से सारी जानकारी नहीं होती हैं। एक छोटी सी पिन से ले कर बड़े प्लेन तक ऐसी बहुत सी बातें है जिनके बारें में लोग अनजान होते है। बिजली के प्लग के पिन क्यों काटे (Why cut on electrical plug pins) गए यह एक ऐसा ही अनोखा फैक्ट है। आपने प्लग में दरारें देखी होंगी। इस चीरे को सभी ने नोटिस किया होगा, लेकिन इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होगी। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों है?
आखिर ऐसा क्यों होता है?
ऐसे ही सवाल बहुत सी सोशल मीडिया साइट पर आम लोग अक्सर पूछते रहते हैं और कुछ बाकी लोग ही उनके जवाब देते हैं। ऐसा ही एक सवाल एक यूज़र ने पूछा की ''आखिर इलेक्ट्रिक प्लग के तीनों पिन में चीरा क्यों लगा होता है?'' ऐसे में बहुत से अलग-अलग लोगों ने इसके बहुत-से जवाब साइट पर दिए है लेकिन हम आपको इसका सही जवाब बताएंगे।
लोगों ने दिए अलग-अलग रिएक्शन
आइए पहले हम उन जवाबों की बात करते है जो सोशल मीडिया साइट्स पर लोगों ने दिए है। एक शख्स के मुताबिक इसका मुख्य कारण यह है कि इलेक्ट्रिक प्लग का पिन काट दिया गया है ताकि गर्म होने पर उसका आकार न बदल जाए। जब बिजली ऐसे पिनों से गुजरती है, तो चीरा लगाने से बिजली दो भागों में बांट दी जाती है, जो उन्हें ज़्यादा गरम होने और किसी भी तरह के नुक्सान का खतरा पैदा करने से रोकती है। प्रेस जैसे हेवी-ड्यूटी डिवाइस में, इन प्लगों को इस्तेमाल किया गया है। दूसरे शख्स के मुताबिक, जब प्लग को सॉकेट में डाला जाता है तो स्पार्किंग को रोकने के लिए प्लग के पिन में चीरा लगाना जरूरी होता है। जब आप पिन को सॉकेट में डालते हैं, तो गैप थोड़ा कम हो जाता है क्योंकि चीरे के कारण पिन के सामने वाले हिस्से का डायामीटर सॉकेट के छेद से थोड़ा बड़ा होता है। इस तरह स्पार्किंग और आग लगने का खतरा कम हो जाता है और पिन सॉकेट में मजबूती से टिकी रहती है।
चीरा लगाने की असली वजह
एक वेबसाइट के अनुसार, यह कट वस्तु के बहुत अधिक गर्म होने पर आकार बदलने से रोकने के लिए किया जाता है। जब बिजली उन पिनों के जरिए से गुजरती है और एक चीरा लगाती है, तो यह दो भागों में बंट जाती है। जिसकी वजह से चालू होने के बाद प्लग को गर्म होने में ज्यादा समय लगता है।