टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

देश के अलग-अलग हिस्सों से सैनिक दस्ते हथियारों समेत कश्मीर के लिए रवाना

जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों धारा 370 हटाएं जाने के पश्चात कई दिनों से तनावपूर्ण स्थिति के चलते अब केंद्र सरकार की कश्मीर में कोई नई मूवमेंट होने की संभावनाएं दिखाई दे रही है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ

01:35 PM Aug 25, 2019 IST | Shera Rajput

जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों धारा 370 हटाएं जाने के पश्चात कई दिनों से तनावपूर्ण स्थिति के चलते अब केंद्र सरकार की कश्मीर में कोई नई मूवमेंट होने की संभावनाएं दिखाई दे रही है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ

लुधियाना-फतेहगढ़ साहिब : जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों धारा 370 हटाएं जाने के पश्चात कई दिनों से तनावपूर्ण स्थिति के चलते अब केंद्र सरकार की कश्मीर में कोई नई मूवमेंट होने की संभावनाएं दिखाई दे रही है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ, जब सेकड़ों की संख्या में सेनिक दस्ते हथियारों के साथ भरे वाहनों समेत एक रात विश्राम  के लिए पंजाब के पवित्र शहर फतेहगढ़ साहिब में पहुंचे। 
भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह फौजी दस्ते पहले पुलिस स्टेशन सरहंद में पहुंचे थे, जहां सरहंद पुलिस थाने के अधिकारियों द्वारा भारी संख्या में फौजियों को हथियारों समेत रूकने के लिए कथित तौर पर कोई सुरक्षित और योगय स्थान उनके अधिकार क्षेत्र में ना होने का हवाला देते उनको पुलिस स्टेशन फतेहगढ़ साहिब की पुलिस के साथ संपर्क करने का मशविरा दिया, तत्पश्चात सैनिक गाडिय़ों की अगुवाई कर रहे भारतीय फौज के उच्च अधिकारी अपने चुनिंदा अधिकारियों के साथ पुलिस स्टेशन फतेहगढ़ साहिब में पुलिस इंस्पेक्टर जी. एस सिकंद को मिला, तत्पश्चात एक गुप्त स्थान पर उन्हें आश्रय स्थल दिया गया। 
पुलिस अधिकारियों से जब इस बाबत जानकारी लेने का प्रयास किया तो उन्होंने पहले कुछ भी बताने से इंकार कर दिया, तत्पश्चात एक अधिकारी ने इशारों ही इशारों में कहा कि यह समस्त कार्यवाही अति गोपनीय है और देशहित में इस मूवमेंट के बारे में नहीं बताया जा सकता कि सेना के जवान कहां से आएं और किधर जा रहे है। 
स्मरण रहे कि पिछले दिनों पुलवामा में सेना के काफिले पर पड़ोसी मुलक के इशारे पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया था, जिसमें भारत के कई सेना जवान शहीद हुए थे। 
– सुनीलराय कामरेड
Advertisement
Advertisement
Next Article