सोने की चम्मच के साथ पैदा हुए...आखिर Karan Johar को लेकर ऐसा क्यों बोले Sooraj Barjatya
बॉलीवुड में अपनी साफ-सुथरी, पारिवारिक और दिल को छू लेने वाली फिल्मों के लिए मशहूर डायरेक्टर सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya) ने हाल ही में एक दिलचस्प खुलासा किया है। सलमान खान को मैने प्यार किया से इंडस्ट्री में लॉन्च करने वाले सूरज अपनी अनोखी स्टोरीटेलिंग के लिए जाने जाते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद, आदित्य चोपड़ा और करण जौहर को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसने फिल्म इंडस्ट्री में चर्चा तेज कर दी है।
‘हम गोल्डन स्पून के साथ पैदा हुए हैं’
सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya) ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वो, आदित्य चोपड़ा और करण जौहर ऐसे फिल्ममेकर हैं, जिन्हें जिंदगी में कई सुविधाएं आसानी से मिलीं। उन्होंने स्वीकार किया कि इन सुविधाओं के चलते उन्होंने जीवन की कठिनाइयों का सामना उतना नहीं किया, जितना कई अन्य लोग करते हैं। सूरज ने कहा “हम लोग गोल्डन स्पून के साथ पैदा हुए हैं। हमने जिंदगी के झटकों को ज्यादा महसूस नहीं किया है। हम हमेशा गाड़ियों में घूमे हैं।”
90s में परियों की दुनिया
सूरज (Sooraj Barjatya) ने आगे कहा कि किस्मत से या बदकिस्मती से, जब उनका दौर आया तो उनके भीतर फिल्ममेकिंग के लिए गहरा जुनून था। 90 के दशक में दर्शक परियों जैसी कहानियों को बड़े पर्दे पर देखना पसंद करते थे और उसी दौर में उन्होंने भी वैसा ही सिनेमा बनाया। “हमने वह दुनिया दिखाई जो परियों की होती है। 90s का समय ऐसा था कि ऑडियंस फेयरीटेल देखना चाहती थी, तो हम भी उस बहाव में बह गए। और हम एक खास तरह के सिनेमा में जुट गए।”
खुद को माना सबसे पारंपरिक
हालांकि, सूरज बड़जात्या मानते हैं कि आदित्य और करण की तुलना में उनका दृष्टिकोण ज्यादा पारंपरिक है और इसका कारण उनकी परवरिश है। जहां करण जौहर और आदित्य चोपड़ा अलग-अलग तरह की कहानियों पर प्रयोग करते हैं, वहीं सूरज परिवार केंद्रित और भावनात्मक फिल्मों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
उन्होंने कहा,“हम तीनों में से मैं सबसे ज्यादा पारंपरिक हूं, शायद मेरी परवरिश की वजह से। अगर आप हमें अलग-अलग देखें तो हम सभी अच्छे सिनेमा की ओर झुकाव रखते हैं। करण रॉकी और रानी की प्रेम कहानी जैसी फिल्में बनाना चाहते हैं, आदित्य अपनी तरह की कहानियां कहते हैं, जबकि मैं परिवार के लिए फिल्में बनाने पर फोकस करता हूं। यही मेरी ताकत है।”
वर्क फ्रंट का जिक्र
बात करें सूरज बड़जात्या के हालिया काम की, तो उनकी पिछली फिल्म ऊंचाई थी, जिसमें अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, बोमन ईरानी, नीना गुप्ता और परिणीति चोपड़ा जैसे कलाकारों ने अभिनय किया था। फिल्म की कहानी को दर्शकों ने खूब सराहा, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। इसके बावजूद, फिल्म के भावनात्मक पहलू और दोस्ती के संदेश ने दर्शकों के दिल में जगह बनाई।
अगली फिल्म को लेकर उत्सुकता
हालांकि ऊंचाई व्यावसायिक रूप से बड़ी सफलता नहीं बन सकी, लेकिन सूरज बड़जात्या के फैंस उनके अगले प्रोजेक्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उनकी फिल्मों की खासियत हमेशा से साफ-सुथरी कहानियां, गहरे पारिवारिक रिश्ते और भारतीय परंपराओं का सुंदर चित्रण रही है। यही वजह है कि दर्शकों की उम्मीदें उनसे हमेशा ऊंची रहती हैं।
सूरज के इस बयान से यह साफ हो जाता है कि वह अपनी सुविधाजनक पृष्ठभूमि को नकारते नहीं हैं, बल्कि स्वीकार करते हुए यह भी मानते हैं कि जुनून और अपने अंदाज की फिल्में बनाने की प्रतिबद्धता ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। इंडस्ट्री में जहां प्रयोग और आधुनिकता का दौर चल रहा है, वहीं सूरज बड़जात्या अब भी पारंपरिक और पारिवारिक मूल्यों पर आधारित सिनेमा के सबसे मजबूत स्तंभों में से एक हैं।
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