Sourav Ganguly ने Shubman Gill को दी सलाह: ‘अभी असली इम्तिहान बाकी है’
Sourav Ganguly ने Shubman Gill की शानदार शुरुआत की तारीफ की, लेकिन उन्हें आगाह किया कि कप्तानी का असली इम्तिहान अभी बाकी है। गांगुली ने बताया कि जैसे-जैसे सीरीज आगे बढ़ेगी, दबाव भी बढ़ेगा। गिल ने दो टेस्ट में 585 रन बनाकर दिल जीत लिया है, लेकिन आगे की चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा।
टीम इंडिया के नए टेस्ट कप्तान Shubman Gill की धुआंधार शुरुआत ने फैंस का दिल जीत लिया है। दो मैचों में तीन शतक, जिसमें एक दोहरा शतक शामिल है, गिल के बल्ले से रन ऐसे निकल रहे हैं जैसे कोई बच्चा चॉकलेट बांट रहा हो। लेकिन इस बीच भारत के पूर्व कप्तान Sourav Ganguly ने गिल को एक अहम सलाह दी है।
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में अपने 53वें जन्मदिन पर मीडिया से बात करते हुए गांगुली ने कहा, “अभी शुभमन को बैटिंग करते देखना सबसे अच्छा लग रहा है। वो जबरदस्त फॉर्म में है और मुझे इसमें कोई हैरानी नहीं। लेकिन कप्तानी का ये हनीमून पीरियड है। आगे जैसे-जैसे सीरीज बढ़ेगी, दबाव भी बढ़ेगा।”
Sourav Ganguly की ये बात बिलकुल सही लगती है। अभी तक गिल ने कप्तान बनते ही कमाल कर दिया है। दो टेस्ट में उन्होंने 585 रन बना दिए हैं, वो भी औसत 146.25 के साथ। बर्मिंघम में तो उन्होंने एक ही मैच में 269 और 161 रन ठोक दिए। इससे वो एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए।
अगर गिल ऐसे ही खेलते रहे और बाकी तीन टेस्ट में 225 रन और बना लिए, तो वो डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं। ब्रैडमैन ने 1936-37 की एशेज में बतौर कप्तान 810 रन बनाए थे। अभी गिल राहुल द्रविड़ के 2002 इंग्लैंड दौरे पर बनाए गए 602 रनों से बस 18 रन पीछे हैं।

Sourav Ganguly की Shubman Gill को सलाह
लेकिन Sourav Ganguly ने सिर्फ Shubman Gill की ही नहीं, पूरी भारतीय टीम की तारीफ की। उन्होंने कहा, “हमारी हर पीढ़ी में बड़े खिलाड़ी निकलते हैं। गावस्कर, कपिल, तेंदुलकर, द्रविड़, कुंबले के बाद कोहली आए। अब गिल, यशस्वी, मुकेश कुमार, सिराज जैसे खिलाड़ी उभरकर सामने आ रहे हैं। भारत की यही खूबसूरती है, जब भी कोई दिग्गज जाता है, उसकी जगह कोई और संभाल लेता है।”
हालांकि भारत ने बर्मिंघम टेस्ट 336 रन से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली है, लेकिन गांगुली ने कहा कि असली लड़ाई तो अब शुरू होगी। उन्होंने कहा, “सीरीज अभी बराबरी पर है। तीन मैच बाकी हैं और हर मैच एक नई शुरुआत है। अगला टेस्ट लॉर्ड्स में है और वहां फिर से टीम को अपनी काबिलियत दिखानी होगी।”
Sourav Ganguly की ये बातें साफ करती हैं कि कप्तानी में सिर्फ रन बनाना ही सब कुछ नहीं होता। गिल को अब आने वाले मैचों में अपने फैसलों से भी टीम को जीत दिलानी होगी। कप्तान की असली कसौटी तभी होती है जब टीम मुश्किल में हो और देखना होगा कि गिल उस वक्त कैसे खड़े रहते हैं।
अब फैंस की नजरें लॉर्ड्स टेस्ट पर हैं। क्या गिल की कप्तानी में भारत सीरीज में बढ़त ले पाएगा या फिर इंग्लैंड पलटवार करेगा? ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तो तय है कि शुभमन गिल ने शुरुआत से ही सबका दिल जीत लिया है।