Shubman Gill की कप्तानी की चमक के बीच Sourav Ganguly की चेतावनी
IND vs ENG : भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सितारे शुभमन गिल ने टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी शुरुआत किसी सपने जैसी की है। इंग्लैंड दौरे के शुरुआती दो टेस्ट मैचों में उनकी कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों ही शानदार रही हैं। गिल ने न केवल रणनीतिक रूप से टीम को मजबूत नेतृत्व दिया, बल्कि बल्ले से भी विरोधी टीम पर कहर बरपाया। उनकी कप्तानी में भारत ने दूसरा टेस्ट ऐतिहासिक अंदाज़ में जीता, और इसी के चलते क्रिकेट जगत में उनकी जमकर तारीफ हो रही है। इसी कड़ी में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी शुभमन गिल की जमकर तारीफ की। हालांकि तारीफों के बीच गांगुली ने एक अहम चेतावनी भी दी है। जिसे नजरअंदाज़ करना गिल के लिए भारी पड़ सकता है।
शुभमन गिल ने अब तक कप्तान के तौर पर खेले गए दो टेस्ट मैचों में कुल 585 रन बनाए हैं, जिनमें तीन शतक शामिल हैं और इन शतकों में एक शानदार दोहरा शतक (269 रन) भी रहा। एजबेस्टन टेस्ट में उनकी दो पारियों (269 और 161 रन) ने इतिहास रच दिया। एक टेस्ट मैच में कुल 430 रन बनाने वाले वह पहले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं। ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि इस बात की गवाही हैं कि गिल न केवल जिम्मेदारी निभा रहे हैं, बल्कि दबाव में भी बेमिसाल खेल दिखा रहे हैं। सौरव गांगुली ने इस प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा “मैंने शुभमन को अब तक की सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ी करते देखा है और मैं इससे ज़रा भी हैरान नहीं हूं। वह बेहद टैलेंटेड हैं और अगर सही दिशा में आगे बढ़ते हैं, तो भारतीय क्रिकेट को एक लंबा और सफल कप्तान मिल सकता है।”
जहां गांगुली ने गिल की प्रतिभा को खुले दिल से सराहा, वहीं उन्होंने यह भी कहा कि गिल अभी कप्तानी के 'हनीमून पीरियड' में हैं। इसका मतलब है कि शुरुआत में जब सब कुछ अच्छा जा रहा होता है, तब माहौल थोड़ा आसान होता है, लेकिन जैसे-जैसे सीरीज़ आगे बढ़ेगी, असली परीक्षा तब होगी। गांगुली ने कहा, “वह अभी कप्तान बने हैं, यह उनका हनीमून पीरियड है। लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा, उन पर दबाव बढ़ेगा। अगले तीन टेस्ट मैचों में ही असली चुनौतियां सामने आएंगी।” पूर्व कप्तान ने साफ किया कि भारत को अब भी बाकी बचे तीन टेस्ट मैचों को एक नई शुरुआत की तरह लेना चाहिए। उन्होंने कहा “यह अभी भी 1-1 की बराबरी है। भारत ने हेडिंग्ले में अच्छा खेला, भले ही हार गए हों। लेकिन लॉर्ड्स में उन्हें फिर से नए सिरे से सोचना और शुरुआत करनी होगी।”