W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

सपा ने इटावा के DM-SSP को हटाने के लिए चुनाव आयोग को लिखा पत्र, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में समाजवादी पार्टी की ओर से प्रशासनिक अधिकारियों पर मैनपुरी उपचुनाव में लोगों पर अनुचित दबाव बनाकर भाजपा के पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगाया गया है।

05:54 PM Nov 27, 2022 IST | Desk Team

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में समाजवादी पार्टी की ओर से प्रशासनिक अधिकारियों पर मैनपुरी उपचुनाव में लोगों पर अनुचित दबाव बनाकर भाजपा के पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगाया गया है।

सपा ने इटावा के dm ssp को हटाने के लिए चुनाव आयोग को लिखा पत्र  वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
Advertisement
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में समाजवादी पार्टी की ओर से प्रशासनिक अधिकारियों पर मैनपुरी उपचुनाव में लोगों पर अनुचित दबाव बनाकर भाजपा के पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगाया गया है। सपा की ओर से चुनाव आयोग को इसके लिए पत्र लिखा गया गया। साथ ही इटावा जिले के जिलाधिकारी और एसएसपी को हटाने की मांग की गई है।
Advertisement
लिखा खुला पत्र
जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय, नरेश उत्तर पटेल, राजेंद्र चौधरी, रविदास मेहरोत्रा और केके श्रीवास्तव की ओर से सामूहिक रूप से चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा गया है। इसमें मैनपुरी उपचुनाव के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
पत्र में समाजवादी पार्टी ने लिखा ये
Advertisement
समाजवादी पार्टी की ओर से पत्र में लिखा है, ‘भारत निर्वाचन आयोग से समाजवादी पार्टी मांग करती है कि जनपद इटावा जिलाधिकारी अविनाश कुमार राय और इटावा एसएसपी जय प्रकाश सिंह की ओर से 199- जसवंतनगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्यों, ब्लॉक प्रमुखों और ग्राम प्रधानों समेत अन्य सदस्यों पर भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए अनुचित रूप से प्रशासनिक दबाव बनाने की कार्यवाही पर अंकुश लगाने के लिए निर्वाचन कार्यों से तत्काल प्रभाव से इन्हें हटाया जाए। ताकि स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक और भय मुक्त चुनाव संभव हो सके।’
सपा ने पहले भी लगाए थे गंभीर आरोप
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान भी समाजवादी पार्टी की ओर से उनके खास मतदातों के वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने का आरोप लगाया गया था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उस दौरान कई बार खुले मंचों से चुनाव आयोग के अधिकारियों की शिकायत की थी। इसके बाद कुछ समय पहले चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी से इस बारे में साक्ष्य पेश करने के लिए भी कहा था, जिस पर सपा ने कथित तौर पर साक्ष्य पेश करते हुए कई पन्नों की चिट्ठी भी लिखी थी।
Advertisement
Author Image

Advertisement
×