
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य अपने तेजी के साथ चल रहा, नीव का काम पूरा होने के बाद राम जी का मंदिर अपने आकार में रूप ले रहा है साल 2024 में मंदिर को आम लोगों के लिए खोलने की भी तैयारी है मंदिर के अंदर राम लला की मूर्ति बनाने वाली है उसके लिए नेपाल के गंडक नदी से दो बड़े-बड़े शालिग्राम शिलाओं को अयोध्या लाया जा रहा है इन शालिग्राम से ही राम जी की मूर्ति तैयार होगी| ये दोनों विशाल शिलाएं २ फरवरी को राम की नगरी अयोध्या पहुंचेगी| धर्म नगर अयोध्या पहुंचने से पहले लोग इन शिलालेखों का दिल से हर जगह स्वागत कर रहे है|
गंडक नदी से जांच कर ढूंढे गए इन दो पत्थर का वजन 127 क्विंटल है नेपाल से अयोध्या आने में इन शिलाखंडों को 4 दिन का समय लगेगा इनका काफिला एक दिन में 127 किलोमीटर का सफर को पूरा करता है नेपाल के पोखरा इलाके से इन शलिग्रामो को ट्रक पर लोड किया गया उसके बाद इनको नेपाल के ही जनकपुर लाया गया जहां पूजा-पाठ और अनुष्ठान के बाद ये शिलायें बिहार के मधुबनी के रास्ते भारत में दाखिल होंगी राज्य के अलग-अलग जगहों पर रुकते हुए ये ३१ जनवरी को गोरखपुर के गोरक्षपीठ पहुंचेगी|
यात्रा में ये होंगे शामिल
पुरे शिलाखंडों की यात्रा में साधु-संत और विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, समेत हिन्दूवादी संगठन के कई लोग भी शामिल होंगे| नेपाल के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री 25 अन्यं लोग आदि भी शामिल होंगे इनसभी के रवानी के बाद ही शिला को भारत में भेजा जायेगा| नेपाल से भारत आने में इन शिलाखंडों में रास्ते में मधुबनी जिले के रास्ते भारत के रास्ते साहरघाट प्रखंड और दरभंगा के माधवी और फिर मुज़फरपुर के रास्ते गोपालगंज होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेंगी |
इन शालिग्राम की क्या है मान्यता
कहा जाता है की शालिग्राम में भगवान विष्णु का रूप होता है पहाड़ो से आने वाली नदियों में ये ज्यादातर पाए जाते है लोग इनकी पूजा भी करते है इन शलिग्रामो से राम जी की मूर्ति बनवाने की लिए खास तरीके के कलाकारों को देश के अलग-अलग राज्य से बुलाया जा रहा है|