कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो पर इस्तीफे का दबाव, सांसदों ने की मांग
PM ट्रूडो के इस्तीफे की अटकलें, सांसदों ने बढ़ाया दबाव
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को लिबरल पार्टी के नेता के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं, उनके कॉकस में बढ़ते असंतोष के बीच इस्तीफा देने का दवाब बन रहा है। प्रधानमंत्री ट्रूडो की घोषणा का सही समय अनिश्चित है। लेकिन माना जा रहा है कि वह एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कॉकस बैठक से पहले इस्तीफा की घोषणा कर सकते है। ट्रूडो कॉकस बैठक से पहले घोषणा करने के महत्व को समझते हैं ताकि यह न माना जाए कि उन्हें उनके सांसदों ने बाहर कर दिया है। वहीं माना जा रहा है कि लिबरल पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी नेतृत्व परिवर्तन को कैसे संभालने की योजना बना रही है। यह अनिश्चित है कि ट्रूडो तुरंत पद छोड़ देंगे या उत्तराधिकारी चुने जाने तक प्रधानमंत्री के रूप में काम करना जारी रखेंगे। लिबरल पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, जो नेतृत्व के मुद्दों पर निर्णय लेती है, इस सप्ताह ही बैठक करने की योजना बना रही है।
अपनी पार्टी के सांसद बना रहे दबाव
ट्रूडो के लिबरल कॉकस की बैठक होगी, क्योंकि सांसद उनसे इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। रेडियो कनाडा की एक रिपोर्ट के अनुसार, सांसदों को 27 जनवरी को ओटावा लौटना है और तीनों मुख्य विपक्षी दलों का कहना है कि वे पहले अवसर पर सरकार को गिराने की योजना बना रहे हैं। हाल के महीनों में कनाडा ने राजनीतिक उथल-पुथल का अनुभव किया है। इससे पहले 16 दिसंबर को, कनाडा की अर्थव्यवस्था पर बयान से कुछ घंटे पहले, पूर्व उप प्रधान मंत्री और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कैबिनेट से अपने इस्तीफे की घोषणा की। पीएम ट्रूडो को संबोधित पत्र में, फ्रीलैंड ने लिखा, “कनाडा और कनाडाई लोगों के लिए काम करते हुए सरकार में सेवा करना मेरे जीवन का सम्मान रहा है। हमने एक साथ बहुत कुछ हासिल किया है।
फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद, एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने ट्रूडो से इस्तीफा देने का आग्रह किया था और जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेंगे, तो उन्होंने कहा कि सभी विकल्प मेज पर हैं। बता दे कि 24 जून 2024 को टोरंटो उपचुनाव में लिबरल पार्टी की करारी हार हुई थी, जो 1993 से उनकी पार्टी का गढ़ था। इसके बाद प्रधानमंत्री ट्रूडो के इस्तीफे की मांग तेज हो गई। क्योंकि ट्रूडो के नेतृत्व में पार्टी को कई उपचुनाव में हार मिल चुकी है। जिससे 57 फीसदी कनाडाई चाहते हैं कि ट्रूडो अपने पद से इस्तीफा दे दें।