धोनी का अनुभव बाजार में न तो बेचा और न ही खरीदा जा सकता है : रवि शास्त्री
भारतीय टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के आलोचकों को मुंह बंद करते हुए एक बार फिर से जवाब दिया है। रवि शास्त्री ने कहा है कि धोनी को क्रिकेट इतिहास में वनडे क्रिकेट में एक महान क्रिकेटर के रूप में याद किया जाएगा।
शास्त्री ने यह भी कहा कि धोनी को इस बात की परवाह बिल्कुल भी नहीं है कि आलोचक उनके बारे में क्या सोचते हैं और क्या कहते हैं। लेकिन धोनी के अनुभव को कोई विकल्प है ही नहीं। इसी वजह से धोनी भारत की सीमित ओवरों की टीम का एक अहम हिस्सा बने हुए हैं।
उनका कहना था, “धोनी के पास जिस तरह का अनुभव है और जिस स्तर की फिटनेस है वे दुनिया में अब तक के सर्वश्रेष्ठ वनडे खिलाड़ी के तौर पर जाने जाएंगे। जैसा कि मैने कहा कि उनके अनुभव का कोई विकल्प नहीं है, उसे किसी बाजार में बेचा या खरीदा नहीं जा सकता। शास्त्री ने यह सारी बातें अपने इंटरव्यू में कहीं थीं।
आलोचकों का यह कहना है कि मध्य क्रम में धोनी की बल्लेबाजी की चमक पिछले कुछ सालों में पड़ गई है और 36 की कम्र में धोनी अब उतने असरदार नहीं रहे हैं। रवि शास्त्री टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की तरह ही उनका बचाव करते हुए नजर आ रहे हैं।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि शास्त्री धोनी का बचाव करते हुए नजर आ रहे हैं। जब न्यूजीलैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी तो तब भी धोनी को आलोचना का निशाना बनाया गया था और तब भी कोहली और शास्त्री धोनी का बचाव करते हुए नजर आए थे।
उसके बाद जब श्रीलंका की टीम भारत दौरे पर आई थी तब भी धर्मशाला में पूरी ही भारतीय टीम लडख़ड़ा गई थी और उस समय धोनी ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया था।
शास्त्री ने कहा, ”धोनी ऐसे बल्लेबाज हैं जो पांचवे, छठे व सातवें नंबर पर आकर भी अच्छी बल्लेबाजी कर लेते हैं।
धोनी जैसा फिनिशर किसी टीम के पास नहीं है। दक्षिण अफ्रीका जैसे दौरे पर तेज गेंदबाजों का बोल बाला रहता है, लेकिन वहां युवजवेंद्र चेहल और कुलदीप यादव की फिरकी ने मेजबानों को खूब परेशान किया था।
इसके पीछे की मुख्य वजह भी महेंद्र सिंह धोनी ही हैं। मैच के दौरान कई बार स्टंप माइक के माध्यम से धोनी को इन नए खिलाडि़यों को सही दिशा में गेंदबाजी के टिप्स देते सुना गया है।
अधिक जानकारियों के लिए बने रहिये पंजाब केसरी के साथ