Maxwell के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने हासिल की विश्व कप की सबसे बड़ी जीत
ऑस्ट्रेलिया नीदरलैंड के बीच का मुकाबला पूरी तरह से एकतरफा रहा। टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और जबरदस्त खेल का प्रदर्शन दिखाया। सबसे पहले तो डेविड वॉर्नर ने शतक लगाया। उसके बाद मिडिल ऑर्डर में ग्लेन मैक्सवेल ने आतिशी पारी खेलते हुए 40 गेंदों पर शतक ठोक डाले। इस मुकाबले में कई रिकॉर्ड्स भी बने।
सबसे पहले तो ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग खराब रही, मगर फिर भी वार्नर और स्मिथ ने मिल कर पारी को संभाला। स्मिथ ने इस विश्व कप में अपना पहला पचासा लगाया और 71 रन की पारी खेली। फिर लाबुशेन ने भी 62 रन बनाए। इसके बाद वार्नर ने इस विश्व कप में अपना दूसरा शतक लगाया और 93 गेंदों पर 104 रन की पारी खेली। वहीं ग्लेन मैक्सवेल ने तूफानी पारी खेली और 44 गेंदों पर 106 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 9 चौके और 8 छक्के लगाए। ऑस्ट्रेलिया ने पूरे 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 106 रन बनाए। वहीं नीदरलैंड की गेंदबाजी की बात करें तो लोगान वैन बीक ने अपने 10 ओवर में 74 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। बास डी लेडी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा महंगे साबित हुए। उन्होंने अपने 10 ओवर में 115 रन देकर 2 विकेट हासिल किए।
वहीं 400 जैसे बड़े लक्ष्य के सामने नीदरलैंड ने पहले ही घुटने टेक दिए। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन ओपनर बल्लेबाज विक्रमजीत सिंह ने 25 रन बनाए। बाकी सभी बल्लेबाज 20 से कम रन पर ही आउट होते गए और नीदरलैंड की टीम 21 ओवर में मात्र 90 रन पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप में सबसे बड़ी 309 रन से जीत हासिल की। वहीं ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एडम जंपा ने सबसे ज्यादा 4 विकेट हासिल किया। उन्होंने इस 4 विकेट को मात्र 3 ओवर में 8 रन देकर हासिल कर लिया। वहीं मिशेल मार्श ने भी 4 ओवर फेंक कर 2 विकेट हासिल किए।बाकी तीनों ही गेंदबाजों को 1-1 विकेट हाथ लगे।
वहीं ऑस्ट्रेलिया की यह जीत वनडे क्रिकेट की दूसरी सबसे बड़ी जीत हैं। इससे पहले भारत ने श्रीलंका को इसी साल 317 रन के बड़े मार्जिन से जीत दर्ज की थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छी खबर यह है कि जैंपा फार्म में वापसी कर चुके है और लगातार तीन मुकाबले से 4-4 विकेट हासिल कर रहे हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया की यह विश्व कप में जीत की हैट्रिक है। पहले 2 मुकाबले में लगातार हार मिलने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने जबरदस्त कमबैक किया है और दिखा दिया कि इस टीम को बड़े टूर्नामेंट का टीम क्यों माना जाता है।