पूर्व खिलाड़ी Adam Gilchrist को De Cock ने छोड़ा पीछे, अब MS Dhoni को पीछे करने की बारी
साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक इस वक्त अपने वनडे करियर के चरम फॉर्म पर है। मगर वो विश्व कप के बाद संन्यास लेने की घोषणा पहले ही कर चुके है, जो कि भविष्य में टीम के लिए चिंता का विषय हैं। इस खिलाड़ी ने विश्व कप में अब तक 3 शतक लगा चुके हैं। पहले तो श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाया था, उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और फिर कल के मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ। वहीं अपने शतक के बदौलत इस खिलाड़ी ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट को पीछे छोड़ दिया है। तो आइए आपको बताते हैं कि डिकॉक ने किस मामले में गिलक्रिस्ट को पीछे छोड़ा है।
क्विंटन डिकॉक ने कल बांग्लादेश के खिलाफ तीसरी बार 150 से ऊपर का रन बनाया है अपने वनडे करियर में। इससे पहले किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपने वनडे करियर में 3 150 प्लस रन नहीं बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने अपने वनडे करियर में 2 बार यह कारनामा किया था। वहीं इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भी 2 बार 150 से ज्यादा रन अपने वनडे करियर में बनाया है। वहीं डिकॉक अपनी टीम की तरफ से विश्व कप में व्यक्तिगत तौर पर दूसरा हाईएस्ट स्कोर बनाया है।
सबसे पहले गैरी क्रिसटन का नाम आता है, जिन्होंने 1996 में यूएई के खिलाफ 188 रन की पारी खेली थी। अब दूसरा नाम 174 रन के साथ डिकॉक का आ गया है। तीसरा नाम एबी डिविलियर्स का आता है, जिन्होंने 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सिडनी में नाबाद 162 रन की पारी खेली थी। उसके बाद एड्रियू हडसन ने भी नीदरलैंड के खिलाफ 1996 में 161 रन की पारी खेली थी। वहीं पांचवे स्थान पर है हासिम आमला ने 2015 में आय़रलैंड के खिलाफ 159 रन बनाए थे।
वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज की बात करें तो वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का, जिन्होंने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में नाबाद 183 रन की पारी खेली थी। वहीं दूसरे नंबर पर भी नाम आता है क्विंटन डिकॉक का, जो कि 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 178 रन बनाए थे। वहीं तीसरे नंबर पर नाम है लिटन दास का, जो कि 176 रन की पारी जिंबाब्वे के खिलाफ बनाए थे। तो अब यह देखने वाली बात होगी कि क्या डिकॉक इस चरम फॉर्म के साथ वनडे क्रिकेट से संन्यास लेंगे या फिर विश्व कप के बाद वो अपने मन को बदलकर संन्यास की घोषणा को वापस ले लेंगे।