World cup 2023:आखिर कैसे Maxwell की Double Century बाकी खिलाड़ियों के दोहरा शतक से हैं बेहतर
अफगानिस्तान के खिलाफ 39वें मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को अहम मुकाबला खेला जाना था, जिसे टीम के हरफनमौला खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने एक यादगार पारी खेली और अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। वहीं मैक्सवेल का यह दोहरा शतक बाकी दोहरा शतक से बेहतर बताया जा रहा है
दरअसल मैक्सवेल ने अफगानिस्तान के खिलाफ 128 गेंदों पर 201 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें उन्होंने 13 चौके और 10 छक्के लगाए। मैक्सवेल ने वनडे क्रिकेट का 11वां दोहरा शतक लगाया। इससे पहले भी कई खिलाड़ियों ने यह कारनामा किया है, जो कि अपने आप में स्पेसल है, मगर मैक्सवेल ने जो कल पारी खेली वो यादगार पारियों में से एक हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी 3 बार वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया है। उनका वनडे क्रिकेट में 264 रन सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। इसके बाद मार्टिन गुप्टिल ने भी 237 रन की पारी वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थी, जो कि एक जबरदस्त पारी थी। फिर वीरेंद्र सहवाग, क्रिस गेल, पाकिस्तान के फखर जमान ने भी दोहरा शतक लगाया है और कीर्तिमान हासिल किया है। भारत के महान खिलाड़ी मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया था, जो कि काफी स्पेशल था क्योंकि पहली बार किसी खिलाड़ी ने वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया था।
नए खिलाड़ियों में ईशान किशन और शुभमन गिल ने पिछले साल ही दोहरा शतक लगाया था। लेकिन इन सभी खिलाड़ियों ने सबसे पहले तो बतौर ओपनर यह दोहरा शतक लगाया था। मगर मैक्सवेल चार नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए पहले ऐसे खिलाड़ी है विश्व में जो कि दोहरा शतक लगाया है। बाकी सभी जो 11 दोहरा शतक लगे है अलग-अलग बल्लेबाजों द्वारा, वो बतौर ओपनर ही लगे हैं। इसके अलावा मैक्सवेल का दोहरा शतक सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट के हिसाब से दूसरा सबसे बेस्ट हैं। मैक्सवेल ने अफगानिस्तान के खिलाफ जो 201 रन की पारी खेली थी, वो उनके बल्ले से 157.03 के स्ट्राइक रेट से लगाई थी। वहीं सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट से ईशान किशन ने 160.30 के स्ट्राइक रेट से दोहरा शतक लगाया था, जो कि उन्होंने 131 गेंदों पर 210 रन बांग्लादेश के खिलाफ बनाए थे। वहीं मैच का जो सिच्वेशन था, वो भी काफी अलग था। मैक्सवेल की पारी उस वक्त पर आई जब ऑस्ट्रेलिया को सख्त जरूरत थी। टीम के 91 रन पर 7 विकेट गिर चुके थे और एकमात्र बल्लेबाज मैक्सवेल क्रीज पर खड़े थे। उन्होंने अकेले दम पर इंजरी होने के बावजूद अपनी टीम को जीत दिला दी और विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया।
मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहले ऐसे खिलाड़ी है जो कि दोहरा शतक लगाए हैं। इससे पहले शेन वॉटसन ने भी 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ 96 गेंदों पर 185 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। हालांकि मैक्सवेल के दोहरा शतक का जो महत्व है, वो बाकी किसी भी टीम के खिलाड़ी का दोहरा शतक से काफी ज्यादा है और अलग हैं।