Sri Lanka Crisis : जानिए ! कौन होंगे श्रीलंका के नए राष्ट्रपति? रेस में तीन नाम सबसे आगे, 1978 के बाद पहली बार संसद करेगी राष्ट्रपति का चुनाव
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति कौन होंगे,आपको बता दे कि, ये चर्चा इन दिनों जोरों पर है। शीर्ष पद की रेस में छठी बार प्रधानमंत्री बने नेता, विपक्ष के मुख्य नेता और सत्ताधारी पार्टी के नेता जो पत्रकारिता से राजनीति में आए हैं का नाम सबसे आगे है।
10:46 PM Jul 15, 2022 IST | Shera Rajput
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति कौन होंगे,आपको बता दे कि, ये चर्चा इन दिनों जोरों पर है। शीर्ष पद की रेस में छठी बार प्रधानमंत्री बने नेता, विपक्ष के मुख्य नेता और सत्ताधारी पार्टी के नेता जो पत्रकारिता से राजनीति में आए हैं का नाम सबसे आगे है। देश में जारी आंदोलन के बीच मौजूदा राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के भाग जाने के बाद नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है।
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श्रीलंका की संसद 1978 के बाद पहली बार करेगी राष्ट्रपति का चुनाव
श्रीलंका में जारी उथल-पुथल के बीच गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे के मद्देनजर 1978 के बाद पहली बार देश के अगले राष्ट्रपति का चुनाव जनता के वोट के माध्यम से नहीं, बल्कि सांसदों के गुप्त मतदान से होगा।
स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने शुक्रवार को कहा कि 225 सदस्यीय संसद 20 जुलाई को गुप्त मतदान से नए राष्ट्रपति का चुनाव करेगी। श्रीलंका में 1978 के बाद से कभी भी संसद ने राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान नहीं किया। वर्ष 1982, 1988, 1994, 1999, 2005, 2010, 2015 और 2019 में जनता के वोट से राष्ट्रपति का चुनाव हुआ था। केवल एक बार 1993 में राष्ट्रपति पद मध्यावधि में खाली हुआ था, जब राष्ट्रपति रणसिंघे प्रेमदासा की हत्या कर दी गई थी। प्रेमदासा के बचे कार्यकाल के लिए संसद द्वारा डी बी विजेतुंगा को सर्वसम्मति से चुना गया था।
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राष्ट्रपति पद के दावेदारों में सबसे आगे रानिल विक्रमसिंघे
नए राष्ट्रपति नवंबर 2024 तक गोटबाया राजपक्षे के शेष कार्यकाल तक पद पर रहेंगे। अगले हफ्ते के मुकाबले में रानिल विक्रमसिंघे (73) दौड़ में सबसे आगे होंगे। देश में अभूतपूर्व आर्थिक संकट के बीच विक्रमसिंघे मई में प्रधानमंत्री बने।
विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) 2020 के संसदीय चुनाव में हार गई थी। विक्रमसिंघे 1977 के बाद पहली बार कोई सीट जीतने में असफल रहे। उन्होंने एकीकृत राष्ट्रीय वोट के आधार पर आवंटित पार्टी की एकमात्र सीट के जरिए 2021 के अंत में संसद में प्रवेश किया।
राष्ट्रपति पद के दावेदारों में दूसरा नाम मुख्य विपक्षी नेता सजिथ प्रेमदासा
राष्ट्रपति पद के लिए अगले मुख्य दावेदार मुख्य विपक्षी नेता सजिथ प्रेमदासा (55) हो सकते हैं। प्रेमदासा की पार्टी एसजेबी ने विक्रमसिंघे की पार्टी को सभी जगहों पर मात दी और 2020 में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई।
राष्ट्रपति पद के दावेदारों में तीसरा नाम एसएलपीपी के दुलास अल्हाप्परुमा
राष्ट्रपति पद के दावेदारों में तीसरा नाम एसएलपीपी के एक वरिष्ठ विधायक दुलास अल्हाप्परुमा हैं, जिन्होंने अपनी पार्टी के सहयोगियों के एक वर्ग के बीच समर्थन प्राप्त किया है।
एसएलपीपी से टूट कर बने धड़े के दुलास अलापेरूमा (63) भी मुकाबले में बताए जा रहे हैं। फील्ड मार्शल सरथ फोन्सेका (71) भी संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं। वही ,एसएलपीपी की सांसद चरिता हेराथ ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के पास करीब 117 वोट हैं, जिनका इस्तेमाल 63 वर्षीय पूर्व पत्रकार जैसे उम्मीदवार को खड़ा करने और उन्हें जीताने के लिए किया जा सकता है।
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