श्रीलंका एयरलाइंस-STIC प्रगति की राह पर
श्रीलंका एयरलाइंस ने भारत में अपने सहयोगी जीएसए एसटीआईसी ट्रैवल ग्रुप के साथ भारत में अापरेशन के अपने 25 वर्ष शानदार उपलब्धियों के साथ पूरे कर लिए।
नई दिल्ली : श्रीलंका एयरलाइंस ने भारत में अपने सहयोगी जीएसए एसटीआईसी ट्रैवल ग्रुप के साथ भारत में अापरेशन के अपने 25 वर्ष शानदार उपलब्धियों के साथ पूरे कर लिए। इस मौके पर श्रीलंका एयरलाइंस के उत्तर भारत के प्रबंधक श्री चिनथाका वीरासिंघे और एसटीआईसी के चेयरमैन सुभाष गोयल ने एक प्रैस काफ्रैंस में बताया कि दोनों देशों के बीच पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
इसमें रामायण यात्रा को थीम बनाकर काफी लोकप्रियता मिली है। वीरासिंघे ने सवालों के जवाब में बताया कि हमारे एसटीआईसी के साथ रिश्ते काफी गहरे हैं और हम भारत में 13 बिन्दुओं पर यात्रा से जुड़े हैं और अब इसे बढ़ाना चाहते हैं। अकेले भारत से ही हमें 82 प्रतिशत राजस्व प्राप्त हो रहा है।
इस मौके पर सुभाष गोयल और वीरासिंघे ने संयुक्त रूप से बताया कि कोलंबो से अमृतसर और चंडीगढ़ से जुड़ने की योजना भी पाइप लाइन में है। उन्होंने बताया कि श्रीलंका की राजनीतिक स्थितियां कैसी हैं लेकिन भारत की तरह वहां मजबूत लोकतंत्र है तो व्यापार पर कोई असर नहीं पड़ता। उन्होंने बताया कि श्रीलंका एयरलाइंस ने दिल्ली के लिए 1993 में उड़ान शुरू की थी। विगत 25 वर्षों से लगातार एयरलाइन दिल्ली के लिए उड़ान सेवा मुहैया कराता है।
सप्ताह में दो उड़ानों के साथ सेवा शुरू की गई थी अब रोजाना दो फ्लाइटों का संचालन िकया जाता है। 1979 में इस एयरलाइंस की स्थापना के समय से ही एसटीआईसी ट्रैवल्स इसका जीएसए पार्टनर रहा है। दिल्ली से दोनों फ्लाइट्स ए320 नए विमानों के साथ काफी आरामदायक हैं।
श्रीलंका एयरलाइंस को हिन्द महासागर क्षेत्र की िवश्व की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन का ताज िमल चुका है। श्रीलंका एयरलाइन को प्रतिष्ठित वर्ल्ड ट्रैवल अवार्ड 2017 से भी सम्मानित किया जा चुका है। एयरलाइन मीटिंंग, इंसेंटिव, कांफ्रेंस इवेंट, ग्रुप यात्रा में भी उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। पर्यटकों के बीच भी श्रीलंका एयरलाइंस लोकप्रिय है।
भारत के यात्रियों में मीटिंग, इंसेंटिव, काफ्रेंस इवेंट के लिए आने वाले यात्रियों की संख्या सभी यात्रियों का 15 फीसदी से अधिक हो गई है। इस तरह की अधिकतर उड़ानें दिल्ली और मुम्बई से होती हैं क्योंकि अधिकतर कारपोरेट आफिस इन शहरों में हैं।