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श्रीलंका के विदेश मंत्री पीरिस तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे भारत

श्रीलंका के विदेश मंत्री जी एल पीरिस सोमवार को यहां अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर से वार्ता करेंगे। इससे कुछ दिनों पहले भारत ने श्रीलंका को 50 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता देने की घोषणा की थी।

05:47 AM Feb 07, 2022 IST | Shera Rajput

श्रीलंका के विदेश मंत्री जी एल पीरिस सोमवार को यहां अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर से वार्ता करेंगे। इससे कुछ दिनों पहले भारत ने श्रीलंका को 50 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता देने की घोषणा की थी।

श्रीलंका के विदेश मंत्री जी एल पीरिस सोमवार को यहां अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर से वार्ता करेंगे। इससे कुछ दिनों पहले भारत ने श्रीलंका को 50 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता देने की घोषणा की थी।
पीरिस तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रविवार को दिल्ली पहुंचे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला भी सोमवार को श्रीलंकाई विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे।
मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीलंका के विदेश मंत्री प्रो. जी एल पीरिस आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली में पहुंच गए हैं।’’

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गौरतलब है कि श्रीलंका के विदेश मंत्री पीरिस की भारत यात्रा ऐसे समय हो रही है जब कुछ ही दिन पहले भारत ने गहरे वित्तीय और ऊर्जा संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका को ईंधन खरीद के वित्तपोषण के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की थी।
समझा जाता है कि इस यात्रा के दौरान दोनों पक्ष व्यापार और निवेश सहित द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे। मछुआरों के मुद्दे पर भी बातचीत होने की संभावना है।
श्रीलंका ने 25 जनवरी को 56 भारतीय मछुआरों को रिहा किया था।
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पड़ोसी देश को पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने के लिए एक करार पर हस्ताक्षर किए गए।
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने गत 15 जनवरी को राजपक्षे के साथ हुई ऑनलाइन बैठक में श्रीलंका को ऋण सहायता देने पर सहमति जताई थी। वित्तीय संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को तेल की खरीद के लिए फौरी राहत की जरूरत को देखते हुए भारत ने यह सुविधा देने की घोषणा की थी।
पीरिस की यात्रा के दौरान ऐसी संभावना है कि भारत उनसे एकीकृत श्रीलंका के भीतर समानता के लिए उस देश में रह रहे तमिल लोगों की आकांक्षाएं पूरी करने की आवश्यकता पर भी बातचीत करें।
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