तेजी से गिरा शेयर मार्केट, Sensex 800 तो Nifty 25,900 के नीचे फिसली, ये हैं गिरावट की 6 वजहें
Stock Market Crash Today: भारतीय शेयर बाजारों में आज यानी 8 दिसंबर को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 800 अंकों से भी अधिक टूट गया, जबकि निफ्टी लगभग 270 अंक गिरकर 25,900 के नीचे फिसल गया। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली, मुनाफावसूली और ग्लोबल संकेतों ने बाजार पर भारी दबाव बनाया। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों का सावधान रुख भी गिरावट का एक बड़ा कारण रहा।
Sensex Nifty Falls: तेजी से गिरे सेंसेक्स- निफ्टी
दोपहर 1:35 बजे सेंसेक्स 802.91 अंक यानी 0.94% गिरकर 84,909.45 पर ट्रेड कर रहा था। वहीं निफ्टी 1.03% की गिरावट के साथ 25,917.40 पर आ गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट और भी ज्यादा गहरी रही, जहाँ इंडेक्स 2% तक नीचे चले गए।
Why Market is Down Today: इन 6 वजहों के कारण गिर शेयर बाजार
1. फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले सावधानी
निवेशक अमेरिकी फेड की 9 दिसंबर से शुरू हो रही दो दिवसीय बैठक को लेकर सतर्क नजर आए। विशेषज्ञों का कहना है कि फेड की ब्याज दरों से जुड़े फैसले, नए महंगाई आंकड़े और साल के अंत में होने वाले पोर्टफोलियो बदलावों की वजह से निवेशक जोखिम लेने से बच रहे हैं। अन्य देश—ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा और स्विट्जरलैंड, भी इस हफ्ते अपनी नीति बैठकें करेंगे, लेकिन वहां किसी बदलाव की उम्मीद नहीं है।
2. स्मॉलकैप–मिडकैप में भारी मुनाफावसूली
छोटे और मध्यम आकार की कंपनियों के शेयरों में आज बड़ी बिकवाली दिखी। निफ्टी स्मॉलकैप100 इंडेक्स 2% से अधिक टूट गया और लगातार पांचवे दिन लाल निशान में रहा। पिछले पाँच दिनों में यह 4% से ज्यादा गिर चुका है। मिडकैप इंडेक्स भी लगभग 2% टूटा। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे शेयरों में तेजी से बढ़त के बाद अब निवेशक मुनाफा निकाल रहे हैं और यह गिरावट अब लार्जकैप शेयरों तक भी फैलने लगी है।
3. विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) लगातार सात दिनों से भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने करीब ₹439 करोड़ की बिक्री की। दिसंबर में अब तक FII कुल ₹10,403 करोड़ के शेयर बेच चुके हैं, जिससे बाजार की धारणा कमजोर हुई है।
4. रुपये में कमजोरी
भारतीय रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले 16 पैसे टूटकर 90.11 पर बंद हुआ। बढ़ते तेल दाम, विदेशी पूँजी की निकासी और डॉलर की बढ़ती मांग से रुपये पर दबाव बना रहा। कमजोर रुपया आमतौर पर शेयर बाज़ार के लिए नकारात्मक संकेत माना जाता है।
5. कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.13% बढ़कर 63.83 डॉलर प्रति बैरल हो गई। भारत जैसा देश, जो तेल का बड़ा आयातक है, उसके लिए कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें महंगाई और खर्च दोनों बढ़ाती हैं, जिससे बाजार पर नकारात्मक असर पड़ता है।
6. इंडिया VIX में उछाल
बाजार की वोलैटिलिटी मापने वाले इंडिया VIX में सोमवार को 2.11% की बढ़त दर्ज हुई और यह 10.53 पर पहुंच गया। VIX बढ़ने का मतलब है कि बाजार में अनिश्चितता और डर दोनों बढ़ रहे हैं, जिससे ट्रेडर्स कम जोखिम वाले सौदे चुनते हैं।
Stock Market Crash Today: तकनीकी संकेत क्या बताते हैं?
एक्स्पर्ट्स के अनुसार निफ्टी ने पिछले सप्ताह 26,100 का रेजिस्टेंस पार किया था, जिसके बाद नई तेजी की उम्मीद थी। अब निफ्टी के लिए अगला रेजिस्टेंस 26,300 और 26,500 पर दिखाई देता है। नीचे की ओर 25,950 से 26,000 का स्तर एक महत्वपूर्ण सपोर्ट ज़ोन है।