Stock Market Crash: शेयर बाजार में हाहाकार, एक हफ्ते में निवेशकों के 16 लाख करोड़ स्वाहा, जानें गिरावट का कारण
Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार में पिछले हफ्ते हाहाकार मचा हुआ था। निवेशकों के लिए यह गिरावट का दौर था जहां 22 सितंबर से 26 सितंबर तक शेयर बाजार में निवेशकों के लगभग 16 लाख करोड़ रुपये डूब गए। बता दें कि सिर्फ शुक्रवार को ही लगभग निवेशकों के 7 लाख करोड़ स्वाहा हो गए है। भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में बढ़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 733.22 अंक और 0.90 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 80,426.46 और निफ्टी 236.15 अंक और 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,654.70 पर था।
Stock Market Crash: शेयरों में बिकवाली

बीता हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए बिकवाली वाला रहा। निफ्टी 672.35 अंक या 2.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,654.70 और सेंसेक्स 2,199.77 अंक या 2.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,426.46 पर था। इसी बीच, एक्सेंचर की प्रभावित गाइंडेंस और नौकरियों में कटौती ने आईटी खर्च में कमी की ओर संकेत किया है, जिससे तकनीकी शेयरों में बड़ै पैमाने पर बिकवाली हुई। बता दें कि वैश्विक अनिश्चितता के बीच निवेशक सतर्क बने हुए हैं और निकट भविष्य में घरेलू निवेश और खपत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
Stock Market Crash Reason: IT सेक्टर में गिरावट रही

- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एच-1बी वीज़ा शुल्क बढ़ाकर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर या लगभग ₹90 लाख कर दिया गया है। जिससे IT कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली थी और पिछला पूरा हफ्ता IT सेक्टर में गिरावट रही थी।
- वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतो में बदलाव के कारण भी शेयर बाजार में बिकावली रही।
- पिछले हफ्ते FII ने 19,570.03 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे। वहीं DII ने 17.4114 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे।
- दवा कंपनियों पर नए टैरिफ लगाने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे दवा कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
Stock Market on Next Week: आने वाला हफ्ता काफी अहम
भारतीय शेयर बाजार के लिए आने वाला हफ्ता काफी अहम होने वाला है। आरबीआई एमपीसी बैठक, भारत-यूएस ट्रेड डील, एफआईआई डेटा और अन्य वैश्विक आर्थिक कारणों पर भारतीय शेयर बाजार का रुझान निर्भर करेगा।
RBI Repo Rate: बैठक में ब्याज दरों की समीक्षा
बता दें कि RBI एमपीसी की बैठक 29 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच प्रस्तावित है। इस बैठक में ब्याज दरों की समीक्षा की जाएगी। माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक आगामी एमपीसी में ब्याज दरों में 25 आधार अंक की कटौती कर सकता है। मौजूदा समय में रेपो रेट 5.5 प्रतिशत पर बनी हुई है। पिछली एमपीसी में केंद्रीय ने रेपो रेट को बदला नहीं था। फरवरी 2025 से अब तक केंद्रीय बैंक रेपो रेट को करीब एक प्रतिशत घटा चुका है।
India –US Trade Deal: भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर भी निवेशकों की निगाहें
इस हफ्ते भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर भी निवेशकों की निगाहें होंगी। दोनों देशों के बीच पारस्परिक लाभकारी व्यापारिक समझौते पर बातचीत एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। बता दें कि केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारत का एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका गया था। जहां उन्होंने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर और राजदूत सर्जियो गोर के साथ बैठकें कीं।