टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

शेयर बाजार ने लगाई छलांग

इससे रिजर्व बैंक की अगले महीने होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य दर में कटौती की उम्मीद बंधी है जिससे ब्याज दरें सस्ती हो सकतीं हैं।

12:27 PM Jan 16, 2019 IST | Desk Team

इससे रिजर्व बैंक की अगले महीने होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य दर में कटौती की उम्मीद बंधी है जिससे ब्याज दरें सस्ती हो सकतीं हैं।

मुंबई : निवेशकों की घटे भाव पर प्रमुख शेयरों में लिवाली निकलने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स में 465 अंक का उछल दर्ज किया। खुदरा मुद्रास्फीति का आंकड़ा नीचे आने से रिजर्व बैंक की आगामी मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से बाजार में निवेशकों का उत्साह बढ़ा है। इसके साथ ही वैश्विक बाजारों से भी मजबूती के संकेत हैं। निवेशकों की लिवाली निकलने से निजी क्षेत्र के यस बैंक का शेयर 4.07 प्रतिशत के उछाल के साथ सबसे आगे रहा।

Advertisement

इसके बाद इन्फोसिस का शेयर मूल्य 3.76 प्रतिशत और वेदांता का शेयर मूल्य 3.03 प्रतिशत बढ़ गया। रिलायंस इडस्ट्रीज लिमिटेड में 3.11 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई जबकि टीसीएस का शेयर मूल्य 2.74 प्रतिशत बढ़ गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स आज 464.77 अंक यानी 1.30 प्रतिशत बढ़कर 36,318.33 अंक पर पहुंच गया जबकि व्यापक आधार वाला निफ्टी सूचकांक 149.20 अंक यानी 1.39 प्रतिशत बढ़कर 10,886.80 अंक पर बंद हुआ।

खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर 2018 में 2.19 प्रतिशत पर आ गई। यह पिछले 18 माह का न्यूनतम स्तर है। इससे रिजर्व बैंक की अगले महीने होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य दर में कटौती की उम्मीद बंधी है जिससे ब्याज दरें सस्ती हो सकतीं हैं। इसको लेकर निवेशकों में उम्मीद जगी है। बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में शामिल शेयरों में बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, हीरो मोटोकार्प, हिन्दुस्तान युनिलीवर, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी, एचडीएफसी लिमिटेड और ओएनजीसी के शेयर मूल्य में 2.87 प्रतिशत तक की मजबूती रही।

हालांकि, तेजी के इस दौर में भी मारुति लिमिटेड, पावरग्रिड और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। आशिका समूह के इक्विटी शोध प्रमुख पारस बोथरा ने कहा कि सभी क्षेत्रों के शेयरों में खरीदारी का जोर रहा। खासतौर से ब्याज दरों से जुड़े कंपनियों के शेयरों में तेजी का रुख रहा।

Advertisement
Next Article