सुस्त चाल के बाद अचानक शेयर बाजार में दिखी तेजी, Sensex में 550 और Nifty में 165 अंक की तेजी
Stock Market Surge: शेयर बाजार में सोमवार को लगातार तीसरे दिन जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कारोबारी हफ्ते की शुरुआत भले ही हल्की सुस्ती के साथ हुई हो, लेकिन दोपहर तक बाजार में तेज उछाल दर्ज किया गया। दोपहर करीब ढाई बजे बीएसई सेंसेक्स में लगभग 550 अंकों की बढ़त देखी गई और यह 81,750 के पार पहुंच गया। वहीं, निफ्टी इंडेक्स ने भी दम दिखाते हुए 25,000 से ऊपर कारोबार किया और करीब 165 अंकों की तेजी के साथ मजबूती दिखाई।
Stock Market Surge: सुबह सुस्त, लेकिन फिर तेज दौड़
कारोबार की शुरुआत सोमवार को थोड़ी धीमी रही। बीएसई सेंसेक्स अपने पिछले बंद स्तर 81,207.17 से मामूली बढ़त लेकर 81,274.79 पर खुला। शुरुआती एक घंटे तक बाजार स्थिर रहा, लेकिन उसके बाद इसमें तेजी से उछाल देखने को मिला। कुछ ही समय में सेंसेक्स ने 300 से ज्यादा अंकों की छलांग लगाकर 81,357 का स्तर पार कर लिया। एनएसई निफ्टी ने भी इसी तरह की चाल पकड़ी। पिछले बंद स्तर 24,894.25 की तुलना में यह 24,916.55 पर खुला और फिर तेजी से चढ़ते हुए 24,989.95 तक पहुंच गया।
Which Stocks Saw a Rise: किन स्टॉक्स में रही जबरदस्त तेजी?
दिन के कारोबार के दौरान कुछ कंपनियों के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े। जिन स्टॉक्स ने सबसे ज्यादा आकर्षण बटोरा उनमें शामिल हैं:
- श्रीराम फाइनेंस: 4.40% की तेजी
- टीसीएस: 2.63% की बढ़त
- अपोलो हॉस्पिटल: 2.84% ऊपर
इसके अलावा मैक्स हेल्थ, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस के शेयरों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट भी दर्ज की गई जैसे टाटा स्टील, अडानी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, सिप्ला, एशियन पेंट्स, और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस।
Reasons For The Rise in The Stock Market: तेजी के पीछे के तीन बड़े कारण
शेयर बाजार में आई इस तेजी के पीछे कुछ अहम वजहें रही हैं:
1. बैंकिंग और IT सेक्टर में भारी खरीदारी
एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के शानदार तिमाही नतीजों से बैंकिंग सेक्टर में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। साथ ही IT सेक्टर में भी सकारात्मक माहौल रहा, जिससे निफ्टी IT इंडेक्स में करीब 1.5% की बढ़त देखी गई।
2. वैश्विक बाजारों का समर्थन
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बाजारों में तेजी रही। एशियाई और अमेरिकी फ्यूचर बाजारों में सकारात्मक रुख ने भारतीय बाजार को सहारा दिया।
3. रुपये में मजबूती
भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ है, जिससे विदेशी निवेशकों के लिए निवेश का माहौल और बेहतर हुआ है। इसका सीधा असर बाजार पर देखने को मिला।
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