श्री अकाल तख्त साहिब-सिद्धू मुस्सेवाले पर हुआ सख्त, एसजीपीसी को कार्यवाही के लिए दिया आदेश
पंजाबी गायक सिद्धू मुस्सेवाले के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब से सख्त आदेश आया है। श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को उक्त गायक के खिलाफ तुरंत सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया है।
01:44 PM Oct 31, 2019 IST | Shera Rajput
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लुधियाना- अमृतसर : पंजाबी गायक सिद्धू मुस्सेवाले के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब से सख्त आदेश आया है। श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को उक्त गायक के खिलाफ तुरंत सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया है। 29 अक्तूबर को जारी आदेश के मुताबिक गायक सिद्धू मूसेवाला जिसने अपने गीतों में सत्कार योग, महान जरनैल माता भाग कौर जी के नाम दुरूपयोग किया था। जिसपर मामला दर्ज करवाने के लिए पहले शिरोमणि कमेटी की कार्यवाही चल रही है। लेकिन कार्यवाही मुकम्मल नहीं हो सकी। अब सिद्धू मुस्सेवाला ने दुबारा विदेशी धरती पर पुन: उस गाने की शब्दावली को दोहराते हुए मंच सजाया। जिससे सिख संगत के हृदयों को गहरी चोट पहुंची है। सिंह साहिब ने शिरोमणि कमेटी को इसपर सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया है।
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जानकारी के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के नए गीत में ‘जटटी -जियूने मोड़ वरगी ’ के लफजों में माई भागो और सिखी के धार्मिक काकरों (चिन्हों) विशेषकर ख्ंाडे के संबंध में कुछ आपतिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया था, जिसको लेकर सिख जत्थेबंदियों द्वारा रोष प्रकट किया गया।
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दरअसल पिछले दिनों आस्ट्रेलिया के शहर एडीलेड के शो के दौरान सिद्धू मूसेवाला ने सुशोभित मंच पर माई भागो जी की आपतिजनक लाइनों को पुन: दोहराकर वाह-वाही लूटी है। स्मरण रहे कि इससे पहले माता भाग कौर जी के गीत पर मूसेवाला सोशल मीडिया पर लाइव होते हुए कहा था कि उससे जाने-अनजाने में गलती हुई है और इसके लिए वह क्षमा प्रार्थी है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी गायकी के पीछे ऐसा कोई उदेश्य नहीं था कि वह किसी के दिल को चोट पहुंचाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्होंने जाने-अनजाने में किसी का दिल दुखाया है और गुरू सिद्धांतों का अपमान किया है तो वह गुरू ग्रंथ साहिब जी की उपस्थित में गुरू घर आकर माफी मांगने को तैयार है।
इसी संबंध में उसने नवंबर माह में श्री अकाल तख्त साहिब पर आने की इजाजत मांगी थी। लेकिन इसी संबंध में उससे ऐसी गलती दुबारा हुई है। अब देखना यह होगा कि श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशेां के उपरांत एसजीपीसी के पदाधिकारी क्या रूख अपनाते है?
– सुनीलराय कामरेड

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