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गुस्साए ग्रामीणों का पुलिस पर पथराव व फायरिंग एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल

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06:58 PM Dec 04, 2017 IST | Desk Team

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यमुनानगर: गांव औराईया वाला बना पुलिस छावनी हालात इस कदर तनावपूर्ण हो गये कि अंबाला एवम मधुबन से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाना पड़ा घटना का जायजा लेने पहुंचे एडीजीपी क्राइम आर सी मिश्रा यमुनानगर गांव अराईया वाला में एक युवक की मौत के बाद हुए तांडव के चलते दर्जनों पुलिस कर्मचारी पत्थरबाजी का शिकार हुए यहा तक कि मस्जिद में ऐलान के बाद पुलिस पर फायरिंग भी हुई जबकि जवाबी फायरिंग के बाद भी लोग जमे रहे ऐसे में मौजिज लोगो के बीच शव का अंतिम संस्कार तो कर दिया लेकिन हालात का जायजा लेने आए एडीजीपी क्राइम ने साफ कर दिया उपद्रवियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नही जाएगा यमुनानगर के कस्बा खिजराबाद के गांव अराईयावाला में खनन से भरे हुए एक टैक्टर को रोकने के चक्कर में एक कल युवक की जान चले गई मत्क के परिजनों का आरोप था।

कि पुलिस ने पैसे लेने के चक्कर में उसे रोका लेकिन जब वह नही रूका तो उस पर पुलिस ने लाठी व पत्थरों से हमला कर दिया और युवक ट्रैक्टर से नीचे गिर गया जिससे ट्रैक्टर का पहिया युवक के उपर चढ गया जिसके बाद लोगो ने शव को सडक पर रख कर जाम लगा दिया था ऐसे में थाना छछरौली के एसएचओ वीेरेंद्र राणा जब मौके का जायजा लेने पहुंचे तो लोगो की भीड ने एसएचओ वीेंरेंद्र राणा की इस कदर पीटाई की कि वह बेहोश हो गए और लोग उन्हें टांगो से पकड कर घसीटने लग गए हालाकि वही कुछ लोगो ने लोगो की भीड से वीरेंद्र राणा को छुडवा कर उन्हें अस्पताल में दाखिल करवा दिया।

लेकिन उसके बाद भी लोग थाना खिजराबाद एसएचओ के खिलाफ कार्रावाई को लेकर डटे रहे एसएचओ की पीटाई के बाद पुलिस ने मौके पर जाना भी मुनासिफ नही समझा और पांच घंटे तक पुलिस लोगो के सडक से हट जाने का इंतजार करती रही बाद में मौजिज लोगो के समझाने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद उसका पोस्टमार्टम तो करवा दिया लेकिन आज जब सुबह पुलिस गांव में पहुंची तो पुलिस को देखते ही ग्रामीणों ने मस्जिद में सपीकर से ऐलान कर दिया कि वह पुलिस के मुकाबले के लिए तैयार हो जाए जिसके बाद पुलिस को देखते ही जमकर पत्थरबाजी हुई और दर्जनों पुलिस कर्मचारी पत्थरों से चोटिल हो गए पत्थरों के बाद गांव की तरफ से पुलिस पर फायर भी हुएा जिनको देखते हुए पुलिस को भी जवाबी फायरिग करनी पडी हालाकि यह फायर किसी के लगे तो नही लेकिन गोलीबारी के चलते आसपास के लोग दहशत में आ गए और पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगो पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड दिया।

गांव अराईयावाला में आज श्रीनगर जैसे हालात बन गए लोग मुंह पर रूमाल बांध कर पत्थरबाजी करते रहे। गौरतलब है कि अराईयावाला गांव खनन से जुडा हुआ है और यहा से अवैध खनन की गाडिया भर भर कर निकलती है और यही कारण है कि यह लोग पुलिस के दवाब में नही आते और ऐसे में इन लोगो ने पहले भी कई बार पुलिस पर हमला किया हुआ है ग्रामिणों की शर्त थी कि जब तक पुलिस ने जिन लोगो पर इस विवाद को लेकर मामले दर्ज किए है उन्हें कैसिल किया जाए और आरोपी एसएचओ को गिरफतार किया जाए लेकिन पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम के हिसाब से ही कार्रावाई की जाएगी फिल्हाल दो दिन से पडा हुआ शव शाम पांच बजे अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया।

वही गांव के हालात को देखते हुए एडीजीपी क्राइम आर सी मिश्रा गांव में पहुंचे उनके पहुचने से पहले ही गांव को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया यमुनानगर के साथ साथ अंबाला व मधुबन से भी फोर्स को बुला लिया गया और डीजीपी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि किसी भी उपद्रवी को बख्शा नही जाएगा और जिन जिन लोगो ने पुलिस पर हमला किया है उनकी पहचान भी की जाएगी यहा तक कि जिसने मस्जिद में सपीकर से ऐलान किया था उसके बारे में जांच करने के बाद उचित कार्रावाई कर दी जाएगी और ऐसे में पुलिस की अल्ग अल्ग आई टुक्डियों को अभी भी गांव के बाहर तैनात कर दिया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति सडक पर उतर कर दुबारा जाम न लगा सके लेकिन पुलिस की इस दोहरी कार्रावाई के दौरान जो दो दो बार पुलिस पिट गई उसके चलते भी कई स्वाल खडे हो रहे है कि माइनिग माफिया पुलिस पर ऐसे कैसे हावी हो सकते है।

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(संदीप शर्मा)

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