Sunjay Kapur Property: दिल्ली हाईकोर्ट ने Priya Kapur की याचिका स्वीकार की, Sunjay Kapur की वसीयत में होंगे बड़े बदलाव
Sunjay Kapur Property: बॉलीवुड एक्ट्रेस Karisma Kapoor इन दिनों अपने दिवंगत पूर्व पति Sunjay Kapur की प्रॉपर्टी बंटवारे को लेकर काफी चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग लगातार karisma kapoor को ट्रोल कर रहे हैं। जहां एक तरफ karisma के बच्चों ने प्रॉपर्टी बंटवारे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी तो वहीं दूसरी तरफ Sunjay Kapur की पत्नी Priya Kapur ने भी याचिका दायर की। लेकिन अब इसे लेकर एक नया मामला सामने आया हैं। तो चलिए जानते हैं...
प्रिया कपूर की याचिका को मिली मंजूरी
दरअसल, प्रिया कपूर ने वसीयत से Sunjay Kapur की बहन Mandhira का नाम हटवाने की मांग की हैं। बता दें, प्रिया के वकील राजीव नायर ने कोर्ट में बताया की संजय कपूर की बहन Mandhira का नाम वसीयत में गलत तरीके से शामिल किया गया हैं, जिसकी वजह से उन्होंने याचिका दायर की हैं। इसी के साथ वकील ने ये भी दवा किया की भले ही Mandhira इस पक्ष में नहीं हैं, लेकिन आदेश वाले दिन Mandhira के वकील का होना इसे गलत तरीके से दिखाता हैं।
जिसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस ज्योति सिंह ने शुक्रवार को Priya Kapur की याचिका को स्वीकार कर लिया हैं, वहीं करिश्मा कपूर के दोनों बच्चों द्वारा दायर की याचिका पर आदेश पारित कर दिया हैं।
Sunjay Kapur Property: कोर्ट ने दिए थे ये निर्देश
आपको बता दें, कोर्ट ने 10 सिंतबर को Sunjay Kapur की पत्नी Priya Kapur को निर्देश दिए थे की वह 12 जून तक अपनी सभी चल और अचल संपत्तियों का कोर्ट के सामने खुलासा करे यानि की जिस दिन संजय कपूर की मृत्यु हुई थी। क्यूंकि इसके आधार पर ही कोर्ट संजय कपूर की प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर अपना फैसला सुनाएगा ।
Karisma Kapoor ने भी की याचिका दायर
Sunjay Kapur Property: इस मामले में karisma kapoor ने भी अपनी अलग याचिका दायर की हैं। करिश्मा ने Sunjay Kapur की प्रॉपर्टी में से अपने दोनों बच्चों को हिस्सा दिलवाने की मांग की हैं। फ़िलहाल उनकी याचिका को दिल्ली हाईकोर्ट ने पारित कर दिया हैं। अब देखना ये होगा की इस मामले में आगे जाकर कोर्ट क्या फैसला लेता हैं और किसे संजय कपूर की प्रॉपर्टी में से कितना हिस्सा मिलेगा ?
Also Read: Love in Vietnam Review: क्या वियतनाम में मिलेगी आखिरी मोहब्बत? या फिर रह जाएगा अधूरा सपना?