Surya Grahan in September 2025: सूर्य ग्रहण का ये सच कर देगा आपको हैरान, जानें इससे जुड़े 5 चौंकाने वाले फैक्ट्स जो आपने कभी नहीं सुने होंगे
Surya Grahan in September 2025: सूर्य ग्रहण एक खगोलिय घटना है जो साल में कई बार घट जाती है। हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को लेकर कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं। सनातन धर्म में सूर्य ग्रहण को अशुभ माना जाता है। सूर्य ग्रहण जब लगता है तो उस समय कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। सभी मांगलिक कार्यों को स्थगित कर दिया जाता है।
इतना ही नहीं जब भी पृथ्वी पर सूर्य ग्रहण लगता है तो उस समय मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। लोगों की राशियों पर भी काफी बड़ा प्रभाव डालता है। सूर्य ग्रहण के समय सभी मंदिरों के पुजारी भगवान की सभी मूर्तियों को कपड़े से ढक देते हैं। जानकारी के अनुसार इस साल 2025 में कुल 4 सूर्य ग्रहण लगे हैं। इस बार 22 सितंबर के दिन साल का आंशिक सूर्य ग्रहण लगने वाला है।
Surya Grahan in September 2025: जानें क्या होता है सूर्य ग्रहण
बता दें कि सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है। सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा किसी वजह से पृथ्वी और सूरज के बीच में आ जाता है। इसके कारण सूर्य की रोशनी पूरी तरह से पृथ्वी पर नहीं पहुंच पाती। इसी कारण से पृथ्वी के कुछ हिस्सो पर जहां सूर्य की किरणें नहीं पड़ पाती वहां अधेरा छा जाता है। हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है। सूर्य ग्रहण जब लगता है तो उस समय कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। सभी मांगलिक कार्यों को स्थगित कर दिया जाता है।
इतना ही नहीं जब भी पृथ्वी पर सूर्य ग्रहण लगता है तो उस समय मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। सूर्य ग्रहण लोगों की राशियों पर भी काफी बड़ा प्रभाव डालता है। सूर्य ग्रहण (Surya grahan 2025) के समय सभी मंदिरों के पुजारी भगवान की सभी मूर्तियों को कपड़े से ढक देते हैं। जब भी सूर्य ग्रहण लगता है तो उस समय कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। इस समय आपको कई खास बातों का ख्याल रखना चाहिए। सूर्य ग्रहण लगने के बाद किसी भी धर्मिक कार्य को वहीं रोक देना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के समय धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना और मंत्र जाप करना शुभ माना जाता है। इससे आपके जीवन पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव कम पड़ता है। सूर्य ग्रहण के समय नग्न आंखों से सूर्य को नहीं देखना चाहिए। इससे आपकी आंखों को नुकसान भी हो सकता है। सूर्य ग्रहण लगने के बाद भोजन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही इस समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करना जरूरी होता है, जिससे शरीर और मन की शुद्धि होती है।
Also Read:- 2025 में कब लगेगा सूर्य ग्रहण? किन जगहों पर दिखेगा और सूतक काल में क्या करना है वर्जित – जानिए सब कुछ!
Lunar Eclipse September 2025: जानें क्या होता है सूतक काल
हिंदू धर्म में सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता है। बता दें कि ग्रहण से कुछ समय पहले सूतक काल लगता है। जब भी सूतक काल लगता है तो उस समय कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। इस समय आपको कई खास बातों का ख्याल रखना चाहिए। सूर्य ग्रहण और सूतक काल लगने के बाद किसी भी धर्मिक कार्य को वहीं रोक देना चाहिए। सूर्य ग्रहण के समय धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना और मंत्र जाप करना शुभ माना जाता है।
इससे आपके जीवन पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव कम पड़ता है। लेकिन इस साल सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा तो सूतक काल भी नहीं माना जाएगा। यदि सूर्य ग्रहण (Surya grahan 2025) भारत में नजर आता तो उसका सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता। यानी कि सूर्य ग्रहण का सूतक काल दिन में 11 बजे से शुरू हो जाता।
Surya Grahan Explainer: सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें क्या नहीं जानें यहां
भारतीय समयानुसार इस सूर्य ग्रहण की शुरुआत रात 11 बजे से हो जाएगी। वहीं सूर्य ग्रहण का समापन देर रात 03 बजकर 23 मिनट पर होगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, जिसके कारण इसका सूतक काल देश में मान्य नहीं होगा। सूर्य ग्रहण के दौरान आपको कुछ खास बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। सूर्य ग्रहण लगने के बाद शांत जगह पर बैठकर इष्टदेव का ध्यान करें। देवी-देवताओं के नाम का जाप करें। घर पर रहकर धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन करें।
इसके साथ-साथ आप सूर्य ग्रहण लगने के पश्चात मानसिक जाप करें और जैसे ही ग्रहण समाप्त होता है उसके बाद आप पूरे घर की साफ-सफाई करें और पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इसके साथ ही आपको कुछ काम ऐसे भी हैं जो ग्रहण के समय नहीं करने चाहिए। ग्रहण (Surya grahan 2025) लगने के बाद आपको किसी से भी झूठ हीं बोलना चाहिए और किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए। ग्रहण लगने के बाद घर से बाहर किसी भी काम के लिए नहीं जाना चाहिए। ग्रहण के समय नया काम शुरू न करें और बाल, दाढ़ी और नाखून न काटें।
ग्रहण के समय घर पर खाना न पकाएं और न ही खाएं। इस समय देवी-देवताओं की आरती न करें और पूजनीय पेड़-पौधों को स्पर्श न करें। सूर्य ग्रहण के समय शमशान घाट, कब्रिस्तान, अंधेरी जगह और खाली स्थान आदि नकारात्मक जगहों पर न जाएं। ग्रहण के समय कैंची, चाकू और सुई आदि नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन सभी चीजों का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं को खासकर नहीं करना चाहिए। इससे होने वाले शिशु पर बुरा असर पड़ता है। ग्रहण के दौरान बाल नहीं धोने चाहिए और ग्रहण (Surya grahan 2025) के दौरान किसी से लड़ाई और नकारात्मक चीजों से दूर रहना चाहिए।
इस साल जो सूर्य ग्रहण लगने वाला है वह भारत में नहीं दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण इस साल मुख्य रूप से न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में के कुछ इलाकों में यह अच्छी तरह दिखाई देगा। लेकिन ग्रहण के समय भारत में रात होगी, ऐसे में यहां रहने वालों को यह दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और दक्षिण प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में ही दिखेगा।
Also Read:- Surya Grahan 2 August: आज लगा है साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण, जानें ‘Sun Disappears’ के पीछे क्या है सच