मंगलुरू हवाई अड्डे पर बम लगाने के संदिग्ध ने किया आत्मसमर्पण
मंगलुरू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विस्फोटक लगाने के संदिग्ध 36 वर्षीय व्यक्ति ने बुधवार को यहां पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
04:29 PM Jan 22, 2020 IST | Shera Rajput
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मंगलुरू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विस्फोटक लगाने के संदिग्ध 36 वर्षीय व्यक्ति ने बुधवार को यहां पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
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अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध की पहचान मणिपाल निवासी आदित्य राव के रूप में की गई है। वह उस शख्स की तरह लगता है जिसे मंगलुरू हवाई अड्डे के सीसीटीवी कैमरे में कैद किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध सुबह यहां डीजीपी और आईजीपी कार्यालय आया, जहां उसे शुरुआती पूछताछ और मेडिकल जांच के लिए हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बताया कि संदिग्ध ने हवाई अड्डे पर बम लगाने का जुर्म कबूल कर लिया है।
सूत्रों ने कहा कि बताया जा रहा है कि उसने इंटरनेट से विस्फोटक बनाने की जानकारी ली।
बेंगलुरु (मध्य) के पुलिस उपायुक्त चेतन सिंह राठौर ने इससे पहले दिन में संवाददाताओं को बताया, ‘‘आदित्य नाम का एक संदिग्ध सुबह आठ से नौ बजे पुलिस के समक्ष पेश हुआ, और दावा किया कि मंगलुरू की घटना के लिये वह जिम्मेदार है-उसे आगे की जांच के लिये मंगलुरू पुलिस के दल को सौंपा जाएगा।’’
मंगलुरू के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के नेतृत्व में एक दल वहां से यहां पहुंचा और वह उससे पूछताछ और आगे की विधिक कार्यवाही करेगा।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि राव को पूछताछ के लिए बेंगलुरु के हलसूर गेट पुलिस थाने ले जाया गया। वह इंजीनियरिंग में स्नातक और एमबीए डिग्रीधारक है। बाद में उसे मंगलुरू पुलिस को सौंप दिया गया जो मामले की जांच कर रही है।
अधिकारियों ने कहा कि उसे यहां अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) अदालत के समक्ष पेश किया गया और उसका ट्रांजिट वारंट हासिल किया गया। उन्होंने कहा कि उसकी हिरासत हासिल करने के लिये उसे गुरुवार को मंगलुरू की एक अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस हवाई मार्ग से राव को मंगलुरू लेकर जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि संदिग्ध ने कथित रूप से मंगलवार रात बेंगलुरु पहुंचने के लिए विभिन्न मार्गों और माध्यमों का इस्तेमाल किया।
प्रदेश के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पुलिस की व्यापक सरगर्मी की वजह से उसे आत्मसमर्पण करने के लिये मजबूर होना पड़ा।
उसकी पृष्ठभूमि या किसी संगठन से संपर्क के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उसने किस मकदस से इन कृत्य को अंजाम दिया इसकी जांच भी की जा रही है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस बात की जांच भी की जाएगी कि उसने विस्फोटक कैसे बनाया और सामग्री कैसे जुटाई। उन्होंने बाद में बेलगावी में संवाददाताओं से कहा कि राव नौकरी न होने की वजह से हताश था।
राव को 2018 में बेंगलुरु हवाई अड्डे को बम की झूठी खबर देने के लिए गिरफ्तार किया गया था और छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी।
सूत्रों ने बताया कि उसने यह बदला लेने के लिए किया क्योंकि उसे बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सुरक्षा गार्ड की नौकरी के लिए कुछ दस्तावेज न होने के कारण मना कर दिया गया था।
राव नौकरी की तलाश में 2012 में बेंगलुरु आया था और उसने एक निजी बैंक में नौकरी की जहां से बाद में इस्तीफा दे दिया था।
फिर वह मंगलुरू चला गया जहां उसने छह महीने तक सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम किया और फिर उडुपी में एक रसोइए के तौर पर काम किया।
सूत्रों ने बताया कि बाद में वह फिर बेंगलुरु लौटा और एक बीमा कंपनी में काम करने लगा। उसने वहां से नौकरी छोड़कर हवाईअड्डे पर सुरक्षाकर्मी बनने के लिए आवेदन दिया।
गौरतलब है कि मंगलुरू में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के प्रस्थान द्वार के टिकट काउंटर के समीप सोमवार को एक लावारिस बैग में विस्फोटक उपकरण मिला था जिसे बाद में खुले मैदान में निष्क्रिय कर दिया गया।
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