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यूपी में 9वीं से 12वीं तक बदल गया मदरसों का सिलेबस! अब इन 2 सब्जेक्ट की भी करनी होगी पढ़ाई

यूपी के मदरसों के सिलेबस में बड़ा बदलाव

07:47 AM May 14, 2025 IST | Shivangi Shandilya

यूपी के मदरसों के सिलेबस में बड़ा बदलाव

यूपी में 9वीं से 12वीं तक बदल गया मदरसों का सिलेबस  अब इन 2 सब्जेक्ट की भी करनी होगी पढ़ाई
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उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसों में 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए विज्ञान और गणित को पाठ्यक्रम में शामिल किया है। इससे छात्र पारंपरिक विषयों के साथ आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इस निर्णय को लागू करने के लिए जल्द ही एक समिति की बैठक होगी।

Uttar Pradesh news: उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. अब कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को पारंपरिक विषयों के साथ-साथ विज्ञान और गणित जैसे आधुनिक विषय भी पढ़ाए जाएंगे. अभी तक मदरसों में कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई बेसिक शिक्षा परिषद के पाठ्यक्रम के अनुसार होती थी. लेकिन 9वीं से 12वीं कक्षा तक सिर्फ उर्दू, अरबी और फारसी जैसी भाषाओं की पढ़ाई पर ज़ोर दिया जाता था.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब सरकार ने तय किया है कि यूपी बोर्ड के अनुसार विज्ञान और गणित को भी मदरसों के सिलेबस में शामिल किया जाएगा. इससे छात्र सामान्य स्कूलों की तरह आधुनिक शिक्षा भी हासिल कर सकेंगे. वहीं इस फैसले को लागू करने के लिए जल्द ही एक समिति की बैठक बुलाई जाएगी. इस बैठक की अध्यक्षता समाज कल्याण निदेशक करेंगे और इसमें नए पाठ्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की जाएगी.

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कितने मदरसे हैं उत्तर प्रदेश में?

उत्तर प्रदेश में इस समय कुल 13,329 मान्यता प्राप्त मदरसे चल रहे हैं. इनमें से 9,979 मदरसे प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 1 से 8) तक हैं. वहीं 3,350 मदरसे माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर (कक्षा 9 से 12) तक के हैं.

कितने छात्र पढ़ते हैं?

राज्य के सहायता प्राप्त 561 मदरसों में लगभग 2.31 लाख छात्र पंजीकृत हैं. इन सभी को अब पारंपरिक विषयों के साथ-साथ विज्ञान और गणित भी पढ़ाया जाएगा, जिससे उनका शैक्षिक स्तर और बेहतर हो सके.

क्यों है यह फैसला अहम?

सरकार का यह कदम इसलिए खास माना जा रहा है, क्योंकि इससे मदरसा शिक्षा और अधिक व्यावहारिक और आधुनिक हो सकेगी. छात्र अब सिर्फ धार्मिक या भाषाई ज्ञान तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि वे इंजीनियरिंग, मेडिकल और प्रतियोगी परीक्षाओं में भी खुद को बेहतर तरीके से साबित कर सकेंगे.

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Shivangi Shandilya

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शिवांगी शांडिल्य पत्रकारिता में पिछले 2 वर्षों से सक्रिय हैं। राजनीति, विदेश, क्राइम के अलावा आद्यात्मिक खबरें लिखना पसंद हैं। गलगोटिया विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई पूरी की है। IGNOU से मास्टर ऑफ मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई जारी है। इस दौर में वेबसाइट पर लिखने का कार्य जारी है। पत्रकारिता की शुरुआत इंडिया न्यूज़ (इनखबर) से हुई, जहां बत्तौर हिन्दी सब-एडिटर के रूप में वेबसाइट पर काम किया। वर्तमान में पंजाब केसरी दिल्ली में हिन्दी सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में जन्म लेने वाली शिवांगी की शिक्षा उनके गृह जिले में ही हुई है। शिवांगी को राजनीतिक घटनाक्रम पर आलेख लिखना बेहद पसंद है।

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