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पंजाब का पैसा और प्रतिभा को पलायन करने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाये जायें: भगवंत मान

आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष एवं उम्मीदवार भगवंत मान ने पंजाब सहित भारत से पैसा तथा प्रतिभा पलायन पर गहरी चिंता व्यक्त की है।

06:59 PM Mar 05, 2022 IST | Desk Team

आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष एवं उम्मीदवार भगवंत मान ने पंजाब सहित भारत से पैसा तथा प्रतिभा पलायन पर गहरी चिंता व्यक्त की है।

आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष एवं उम्मीदवार भगवंत मान ने पंजाब सहित भारत से पैसा तथा प्रतिभा पलायन पर गहरी चिंता व्यक्त की है। मान ने आज यहां कहा कि आजादी के बाद से पंजाब और केंद्र की सरकारों ने चिकित्सा, मेडिसन, इंजीनियरिंग, इनफार्मेशन समेत विज्ञान के क्षेत्र में कोई आधुनिक और विश्व स्तरीय योजना और प्रणाली लागू नहीं की। यही कारण है कि देश की प्रतिभा और पैसा दोनों विदेश जा रहा है।  
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जो पंजाब के कुल बजट का 20 फीसदी है 
पंजाब देश के उन राज्यों में से एक है, जहां हर साल डेढ़ से दो लाख युवा पढ़ई और रोजी-रोटी कमाने विदेश जाते हैं। इन छात्रों के साथ लगभग 30 करोड़ रुपए भी विदेशों की यूनिवर्सिटीज, कॉलेजों और स्कूलों में फीस और अन्य खर्चों के तौर पर चला जाता है, जो पंजाब के कुल बजट का 20 फीसदी है। 
मान ने कहा कि केंद्र और पंजाब की सरकारों ने राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों को हाशिए पर ला खड़ा कर दिया है। आजादी के बाद बनी योजनाओं के मुताबिक जिला स्तर पर एक भी सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं खोला गया। 1966 के बाद पंजाब के पटियाला,फरीदकोट और अमृतसर मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, एम.डी और एम.एस की सीटों में जरूरत के मुताबिक बढ़ने के बजाय मामूली बढ़तरी की गई। 
जो हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की तुलना में कम हैं 
उन्होंने कहा कि मोहाली में पिछले साल खुले डॉ। बी.आर.अंबेडकर मेडिकल कालेज की 100 सीटों समेत चार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कुल 675 एमबीबीएस की सीटें हैं, जो हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की तुलना में कम हैं। भले ही पंजाब के आधे से ज्यादा प्राइवेट कॉलेजों में एमबीबीएस की करीब 770 सीटें हैं, लेकिन इनके लिए 50 से 80 लाख रुपए वसूले जा रहे हैं। कम मेरिट वाले अमीर घरों के बच्चे करोड़ रुपए खर्च कर के एमबीबीएस की डिग्री कर रहे हैं लेकिन मध्यमवर्गीय और आम घरों के बच्चे इतनी फीस देने के बारे सोच भी नहीं सकते।
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