तरन-तारन उपचुनाव में AAP की शानदार जीत, अरविंद केजरीवाल ने इस अंदाज में दी बधाई!
Tarn Taran By-Election: तरन-तारन उपचुनाव के नतीजों ने पंजाब की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस सीट पर शानदार जीत हासिल की, जिससे पार्टी का जनाधार और भी मजबूत हुआ है। इस नतीजे ने यह साफ कर दिया कि पंजाब की जनता अभी भी मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी “काम की राजनीति” पर भरोसा रखती है। यह जीत सिर्फ एक उपचुनाव का परिणाम नहीं, बल्कि राज्य की बदलती राजनीतिक सोच का संकेत भी है।
Tarn Taran By-Election on Kejriwal: अरविंद केजरीवाल ने दी जीत पर दी बधाई
इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली जीत यह दिखाती है कि पंजाब के लोग अब पारंपरिक राजनीति से हटकर विकास और ईमानदारी को प्राथमिकता दे रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम, रोजगार से जुड़े प्रयास और बिजली सुधार जैसे मुद्दों ने मतदाताओं पर सकारात्मक प्रभाव डाला। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जीत पर कहा कि तरन-तारन उपचुनाव ने साबित कर दिया है कि पंजाब के लोग काम करने वाली राजनीति को ही सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। उन्होंने इसे जनता और हर मेहनती कार्यकर्ता की जीत बताया।
Tarn Taran By-Election: भगवंत मान का बढ़ता जनसमर्थन
चुनावी नतीजों के बाद AAP नेताओं ने कहा कि यह जीत मुख्यमंत्री भगवंत मान की लोकप्रियता का प्रमाण है। पिछले दो सालों में उनकी सरकार ने स्कूलों में सुधार, मोहल्ला क्लिनिक, किसानों के लिए योजनाएं, बिजली सुधार और अन्य जनहित फैसले किए, जिनका सीधा असर इस चुनाव में देखने को मिला। लोगों ने इन कामों पर भरोसा जताते हुए AAP को मजबूत समर्थन दिया।
हरमीत सिंह संधू ने बदली तस्वीर
तरन-तारन सीट पर AAP उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) की उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा को हराकर जीत दर्ज की। शुरुआती राउंड में रंधावा आगे चल रही थीं, लेकिन चौथे राउंड के बाद संधू ने बढ़त बना ली और फिर लगातार आगे बढ़ते रहे। काउंटिंग सेंटर, जो पिद्दी के इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ नर्सिंग में बनाया गया था, वहां AAP समर्थकों ने गिनती शुरू होते ही जश्न मनाना शुरू कर दिया। सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी रखी गई थी।
यह सीट AAP विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई थी। सोहल इस क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। ऐसे में यह उपचुनाव बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा था। संधू की जीत से यह साबित होता है कि AAP ने न सिर्फ अपना आधार संभाला, बल्कि उसे और मजबूत किया है।
60.95% मतदान
उपचुनाव में 60.95% मतदान हुआ, जो दर्शाता है कि जनता ने इस चुनाव को गंभीरता से लिया। ग्रामीण क्षेत्रों में AAP को जबरदस्त बढ़त मिली, जबकि शहरी मतदाताओं ने भी पार्टी को अच्छा समर्थन दिया। नतीजों के बाद AAP ने इसे “जनता की जीत” बताया और कहा कि पंजाब ने यह साबित कर दिया कि वह ईमानदार और काम करने वाली सरकार को ही पसंद करता है।
आने वाले समय में AAP की राह मजबूत
तरन-तारन उपचुनाव के नतीजों को पंजाब की राजनीति में एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इस जीत ने यह संकेत दिया है कि राज्य में AAP की पकड़ न सिर्फ बनी हुई है, बल्कि भविष्य के चुनावों में पार्टी और ज्यादा मजबूत होकर सामने आ सकती है।
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