Artificial Intelligence बेहतर पहुंच सुविधाओं के साथ टीवी बाजार में मचाएगा हलचल
आज के आधुनिक युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर अब उद्योग जगत के प्रमुख नेताओं का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टेलीविजन बाजार में व्यवधान पैदा करेगी, विशेष रूप से सुनने और देखने में अक्षम लोगों के लिए पहुंच बढ़ाएगी।
Highlights
- समावेशी मनोरंजन परिदृश्य की दिशा में एक सराहनीय कदम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-अवनीत सिंह
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रगति और ओटीटी प्लेटफार्मों की वृद्धि शामिल
- टेलीविजन के अनुभव को वास्तव में अद्वितीय बनाता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आनंद दुबे
एडजस्टेबल वॉल्यूम जैसे नवाचार श्रवण बाधितों के लिए सामग्री को समावेशी और आनंददायक बनाते हैं- SPPL के सीईओ
एआई और अत्याधुनिक नवाचार आवाज पहचान और प्राकृतिक भाषा प्रॉसेसिंग जैसी सुविधाओं को बढ़ावा देंगे, जिससे गतिशीलता चुनौतियों वाले लोगों को लाभ होगा। भारत में ब्लौपंकट टीवी और अन्य ब्रांडों के विशेष ब्रांड लाइसेंसधारी एसपीपीएल के सीईओ अवनीत सिंह मारवाह ने आईएएनएस को बताया, ''दृष्टिबाधित लोगों के लिए टेक्स्ट टू स्पीच उच्च कंट्रास्ट और बड़े टेक्स्ट विकल्प ऑन-स्क्रीन अनुभव को बढ़ाते हैं जबकि ऑडियो विवरण दृश्य सामग्री को बयान करते हैं।'' उन्होंने जोर देकर कहा कि क्लोज्ड कैप्शन,सबटाइटल और एडजस्टेबल वॉल्यूम जैसे नवाचार श्रवण बाधितों के लिए सामग्री को समावेशी और आनंददायक बनाते हैं।
अवनीत सिंह ने कहा कि यह प्रगति सार्वभौमिक रूप से सुलभ और समावेशी मनोरंजन परिदृश्य की दिशा में एक सराहनीय कदम का प्रतीक है। बड़ी टेलीविजन स्क्रीन घरेलू पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने के लिए तैयार हैं। विकसित हो रहे घरेलू सेटअप में डिवाइस कनेक्टिविटी की बढ़ती आसानी बड़ी स्क्रीन को विभिन्न गतिविधियों के लिए एक व्यावहारिक विकल्प बनाती है। दिसंबर 1996 में संयुक्त राष्ट्र ने उस तारीख की याद में 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में घोषित किया, जिस दिन 1996 में पहला विश्व टेलीविजन फोरम आयोजित किया गया था।
उद्योग के लीडर्स के अनुसार, बड़ी स्क्रीन की ओर कदम को विभिन्न कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में प्रगति और ओटीटी प्लेटफार्मों की वृद्धि शामिल है। इंडकल टेक्नोलॉजीज के सीईओ और संस्थापक, आनंद दुबे ने कहा कि जैसा कि हम विश्व टेलीविजन दिवस मनाते हैं, मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं कि फोन जैसे व्यक्तिगत उपकरणों के इतने बड़े प्रभाव के बावजूद टेलीविजन हमारे दैनिक जीवन में इतनी महत्वपूर्ण भूमिका क्यों निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि हम अपने जीवन में जो कुछ भी आनंद लेते हैं, वह अधिकतर सामाजिक होता है, चाहे वह हमारे परिवार, दोस्तों या सहकर्मियों के साथ हो। उन्होंने कहा, ''यहीं पर टेलीविजन बहुत महत्वपूर्ण हो जाते हैं, न केवल इसलिए कि वे ज्ञान और सूचना मनोरंजन और बहुत कुछ के इस विशाल पोर्टल को खोलते हैं, बल्कि इसलिए भी कि उस पोर्टल को हम जिसे चाहें उसके साथ अनुभव कर सकते हैं और यह टेलीविजन के अनुभव को वास्तव में अद्वितीय बनाता है।'' उद्योग जगत के नेताओं ने कहा कि ऑडियो-विजुअल तकनीक में सुधार जारी है और इस्तेमाल करने वालों काेे अनोखा अनुभव मिल रहा है। साथ ही इस पोर्टल के लिए हमारी आत्मीयता मजबूत होती जा रही है।