कपड़ा उद्योग बजट से खुश
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नई दिल्ली : सूती कपड़ा निर्यात संवर्धन परिषद (टैक्सप्रोसिल) के चेयरमैन उज्ज्वल लाहोटी ने बजट का स्वागत करते हुये कहा बजट प्रगतिशील, समावेशी और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने वाला है। सरकार ने 2016 में कपड़ा क्षेत्र खासतौर से परिधान और मेड-अप के लिये 6,000 करोड़ रुपये का वृहद पैकेज मंजूर किया था। वर्ष 2018- 19 के बजट में इसे बढ़ाकर 7,148 करोड़ रुपये किया गया है। हालांकि, लोहाटी ने सूती कपड़ों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये सरकार से धागा और फेब्रिक्स को क्रमश: भारत से वस्तु निर्यात योजना और सरकारी शुल्क छूट योजना में शामिल करने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार सभी क्षेत्रों में नये रोजगारों पर तीन साल तक 12 प्रतिशत दर से भविष्य निधि का योगदान करेगी। इसके साथ ही निर्धारित अवधि के रोजगार की सुविधा का विस्तार सभी क्षेत्रों में किया जायेगा। टैक्सप्रोसिल अध्यक्ष ने कहा कि बजट में महिलाओं को अधिक रोजगार के लिये पीएफ कानून में संशोधन का वादा किया गया है जिसमें महिलाओं का पीएफ योगदान पहले तीन साल के लिये 12 प्रतिशत के बजाय आठ प्रतिशत किया जायेगा। हालांकि, इसमें नियोक्ता का योगदान यथावत रहेगा। इससे संगठित क्षेत्र में महिलाओं को रोजगार प्रोत्साहन मिलेगा और उनके हाथ में खर्च करने के लिये पैसा बचेगा।
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