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शाही स्नान में होगा कोरोना प्रोटोकॉल ; साधु संतों की नहीं होगी थर्मल स्क्रीनिंग, श्रद्धालुओं पर होगी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा

हरिद्वार में 11 मार्च को महाशिव रात्रि व 12 मार्च को सोमवती अमावस्या पर होने वाले शाही स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा।

01:58 AM Mar 11, 2021 IST | Shera Rajput

हरिद्वार में 11 मार्च को महाशिव रात्रि व 12 मार्च को सोमवती अमावस्या पर होने वाले शाही स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा।

हरिद्वार में 11 मार्च को महाशिव रात्रि व 12 मार्च को सोमवती अमावस्या पर होने वाले शाही स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा। इन शाही स्नानों से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को अब 72 घंटे पहले की कोरोना की जांच रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी। हालांकि इस दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी। 
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने अपने आदेश में कहा है कि हरिद्वार कुंभ में 11 और 12 मार्च को शाही स्नान के अवसर पर कोरोना एसओपी लागू रहेगी। कुंभ मेला अधिकारी को इसका सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये गये हैं। 
वहीं हरिद्वार में शाही स्नान के दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग और रैंडम एंटीजन कोविड जांच नहीं की जाएगी। हरकी पैड़ी में संतों की देखरेख के लिए मेडिकल टीम तैनात रहेगी। वहीं दूसरी ओर अन्य श्रद्धालुओं की रैंडम जांच के लिए 50 टीमें तैनात रहेंगी। 
हरिद्वार कुंभ और शाही स्नान के लिए पंजीकरण भी अनिवार्य कर दिया गया है। यह निर्णय कोरोना महामारी के कारण लिया गया है। उत्तराखंड शासन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कुंभ के लिए जारी की गई एसओपी को लागू करते हुए यह प्रावधान किया है। 
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओमप्रकाश द्वारा विभिन्न विभागों व कुंभ मेला अधिकारी को प्रेषित की गई एसओपी के मुताबिक हरिद्वार कुंभ मेले के लिए पंजीकरण अनिवार्य हो गया है। 
श्रद्धालुओं को अपना पंजीकरण वेब पोर्टल के जरिये कराना होगा। श्रद्धालुओं को कुंभ मेले में हरिद्वार आने से 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर जांच करवानी होगी। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही श्रद्धालु कुंभ और शाही स्नान के दौरान हरिद्वार आ सकेंगे। 
विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा। जो श्रद्धालु अपना पंजीकरण नहीं करवाएंगे, उन्हें कुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। 
हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुंभ मेला इस बार कोरोना महामारी के मद्देनजर केवल 28 दिन का होगा। उत्तराखंड सरकार ने साधु संतों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया है। कुंभ मेला एक अप्रैल से 28 तक आयोजित किया जाएगा। 
पहले शाही स्नान पर श्रद्धालुओं पर होगी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा
उत्तराखंड के हरिद्वार में इस वर्ष होने वाले कुम्भ मेले में गुरुवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर पहले शाही स्नान में श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। 
बुधवार देर शाम बीजापुर गेस्ट हाउस में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में नव नियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जरूरी सावधानियों का पालन करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। आगंतुक श्रद्धालु गंगा जी में सुविधापूर्वक पवित्र स्नान कर सकें। संतों का सम्मान सबसे ऊपर है। कुम्भ की दिव्यता और भव्यता सुनिश्चित की जाए। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को मिलकर प्रदेश को विकास की ओर ले जाना है। इसमें जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अधिकारी अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करें। उत्तराखण्ड का विकास हम सभी का दायित्व है। सभी लोग अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करें। 
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक बंशीधर भगत, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़, मनीषा पंवार, प्रमुख सचिव आनंदवर्द्धन, आर के सुधांशु, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, राधिका झा, दिलीप जावलकर, सौजन्या सहित शासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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