Lords में फिर उठा 'Obstructing the Field' का विवाद, Tammy Beaumont के मामले ने दिलाई Deepti Sharma की याद
क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित मैदान लॉर्ड्स पर एक बार फिर एक विवाद ने सुर्खियां बटोरीं। भारत और इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच में इंग्लैंड की ओपनर टैमी ब्यूमॉन्ट पर ‘ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड’ यानी फील्ड में बाधा डालने का आरोप लगाया गया। यह मामला मैदान पर खिलाड़ियों और अंपायरों के बीच बहस का कारण बना और क्रिकेट के नियमों की एक बार फिर गहराई से व्याख्या की जाने लगी। बारिश से बाधित इस मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 8 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। लेकिन मैच के नतीजे से ज्यादा चर्चा 5वें ओवर में घटे एक विवादित पल की हुई, जब इंग्लैंड की पारी के दौरान भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा की गेंद पर टैमी ब्यूमॉन्ट ने लेग साइड में एक शॉट खेला।
भारतीय फील्डर जेमिमा रोड्रिग्स ने डाइव लगाकर गेंद को रोका और विकेटकीपर ऋचा घोष की ओर थ्रो किया। ब्यूमॉन्ट रन लेने के इरादे से मुड़ीं नहीं और वापस क्रीज की ओर लौटने लगीं, लेकिन उसी दौरान वह अपने दाएं पैर से गेंद को किक करने की कोशिश करती हुई दिखाई दीं। यहीं से विवाद शुरू हुआ। ऋचा घोष और जेमिमा रोड्रिग्स ने अपील की कि ब्यूमॉन्ट ने जानबूझकर गेंद को विकेटकीपर तक पहुंचने से रोका है। मामला थर्ड अंपायर के पास गया। रिप्ले में यह स्पष्ट नजर आया कि टैमी ब्यूमॉन्ट का एक पैर क्रीज के अंदर था और दूसरा अंदर आ रहा था। गेंद उनके पैड से टकराई थी, लेकिन जानबूझकर गेंद को दूर करने की कोशिश साफ दिख रही थी। इसके बावजूद थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। इस फैसले ने न सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों को निराश किया, बल्कि क्रिकेट फैंस के बीच भी यह बहस छिड़ गई कि क्या यह फैसला नियमों के अनुरूप था।
नियम क्या कहता है?
क्रिकेट के लॉ 37 के तहत ‘ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड’ के नियम को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है।
लॉ 37.1 कहता है कि यदि कोई बल्लेबाज जानबूझकर फील्डिंग में बाधा डालता है, तो वह आउट करार दिया जा सकता है।
लॉ 37.2 के अनुसार बल्लेबाज को सिर्फ दो परिस्थितियों में राहत मिल सकती है
लॉ 37.4 कहता है कि यदि बल्लेबाज फील्डर की अनुमति के बिना गेंद को अपने बल्ले या शरीर के किसी हिस्से से छूता है, तो उसे आउट दिया जा सकता है – चाहे वह क्रीज के अंदर हो या बाहर। इस लिहाज से देखें तो टैमी ब्यूमॉन्ट की हरकत क्रिकेट के इस नियम के दायरे में आती है। लेकिन अंपायर्स ने इसे जानबूझकर की गई हरकत मानने से इनकार कर दिया। यह मामला इसलिए और दिलचस्प हो गया क्योंकि साल 2022 में भी इंग्लैंड और भारत के बीच ऐसा ही एक विवाद खड़ा हुआ था। तब दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड की बल्लेबाज चार्ली डीन को नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट कर दिया था, जिसे आमतौर पर ‘मांकडिंग’ कहा जाता है। उस घटना के बाद भी काफी बवाल मचा था। कई पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया था, जबकि भारतीय टीम ने नियमों का पालन करने की बात कही थी।
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