70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को मिलेगा 5 लाख तक मुफ्त इलाज
वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा मुफ्त चिकित्सा लाभ
केंद्र सरकार ने 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा दी है। आयुष्मान वय वंदना कार्ड के माध्यम से वे 30 हजार से अधिक अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं। कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है और e-KYC प्रक्रिया के बाद कार्ड डाउनलोड किया जा सकता है।
केंद्र सरकार ने 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी राहत दी है। अब इस आयु वर्ग के बुजुर्गों को सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकेगा। इसके लिए उन्हें केवल आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनवाना होगा। इस कार्ड की मदद से बुजुर्ग देशभर के 30 हजार से ज्यादा सरकारी और निजी अस्पतालों में बिना पैसे दिए इलाज करा सकेंगे। कार्ड बनवाने की प्रक्रिया भी बेहद सरल है। इसके लिए केवल आधार कार्ड की जरूरत होती है। एक बार e-KYC पूरा होने के 24 से 48 घंटे के भीतर कार्ड डाउनलोड किया जा सकता है।
क्या है आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना?
सरकार की यह योजना 23 सितंबर 2018 को शुरू की गई थी, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के माध्यम से लागू किया गया। इसके तहत योग्य नागरिकों को कैशलेस और पेपरलेस इलाज की सुविधा मिलती है। योजना के अंतर्गत देश के चुनिंदा 30,000 से अधिक अस्पताल जुड़े हुए हैं, जो इलाज के लिए अधिकृत हैं। इस योजना में कुल 27 मेडिकल विभागों की 1,961 बीमारियों का इलाज कवर किया जाता है। इसमें कैंसर, हार्ट सर्जरी, डायलिसिस, जोड़ों का ऑपरेशन जैसी गंभीर बीमारियां भी शामिल हैं। खास बात यह है कि इसमें पहले दिन से ही पुरानी बीमारियों का भी कवर मिल जाता है।
हर योग्य बुजुर्ग के लिए अलग कार्ड
इस योजना का लाभ लेने के लिए परिवार के प्रत्येक योग्य बुजुर्ग को अलग-अलग आवेदन करना होगा। यानी अगर एक परिवार में एक से ज्यादा सीनियर सिटीजन हैं, तो सभी के लिए अलग आयुष्मान कार्ड बनवाना जरूरी है। एक बार कार्ड बन जाने के बाद वह पूरी तरह व्यक्तिगत पहचान से जुड़ा होता है और मरीज देश के किसी भी संबंधित अस्पताल में इसका उपयोग कर सकता है।
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घर बैठे ऐसे बनवाएं अपना आयुष्मान वय वंदना कार्ड
कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले https://beneficiary.nha.gov.in वेबसाइट पर जाएं। वहां “Am I Eligible” सेक्शन में जाएं और आधार नंबर के जरिए e-KYC प्रक्रिया पूरी करें। इसके बाद यदि आप योग्य पाए जाते हैं तो पोर्टल से सीधे कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। बुजुर्गों को इसके लिए किसी भी सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं काटने होंगे। केवल आधार कार्ड की मदद से मोबाइल या लैपटॉप से यह कार्ड घर बैठे बनवाया जा सकता है।