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25 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, तैयारियों में जुटे सेवादार

बर्फ हटाने में जुटे जवान, हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारी

02:56 AM May 07, 2025 IST | IANS

बर्फ हटाने में जुटे जवान, हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारी

हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुलेंगे, जिसके लिए भारतीय सेना और गुरुद्वारा ट्रस्ट के सेवादार बर्फ हटाने में जुटे हैं। समुद्र तल से 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस पवित्र स्थल तक पहुंचने वाले मार्ग को साफ किया जा रहा है। यात्रा की तैयारियां तेजी से चल रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। समुद्र तल से 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस पवित्र स्थल तक पहुंचने वाले 6 किलोमीटर लंबे ‘गुरु आस्था पथ’ पर बर्फ की मोटी चादर और भारी हिमखंड पसरे हुए हैं। इन्हें हटाने के लिए भारतीय सेना की विशेष टुकड़ी और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के सेवादार युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि गुरु कृपा से यात्रा की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। गोविंद घाट से लेकर गोविंद धाम और हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा तक सभी मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।सेवा सिंह ने बताया, “इस साल 25 मई को श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। यहां पर एक पुल डैमेज हुआ था, भगवान की कृपा से वह भी ठीक हो गया है और सभी गुरुद्वारों में तैयारियां चल रही हैं। नीचे से सामान पर्याप्त मात्रा में लाया जा रहा है।”

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उन्होंने बताया कि इस बार मौसम की विषम परिस्थितियों और लगातार हो रही बर्फबारी के बावजूद सेना के जवान और ट्रस्ट के सेवादार पूरी निष्ठा के साथ बर्फ हटाने के काम में जुटे हुए हैं। हेमकुंड साहिब परिसर से लेकर अटलाकोटी पैदल मार्ग तक का रास्ता साफ किया जा रहा है। बता दें कि करीब 25 जवान और दर्जनों सेवादार बर्फ को काटकर श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित मार्ग तैयार कर रहे हैं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि बर्फबारी के बीच भी जवान पूरे जोश के साथ काम में लगे हैं।

हेमकुंड साहिब की यात्रा हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक आस्था का केंद्र होती है। इस बार की यात्रा भी पूरी सुरक्षा और सुविधा के साथ संपन्न कराने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।

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