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प्रधानमंत्री की जान को खतरे की नौटंकी का उद्देश्य राज्य में लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार को गिराने का है : पंजाब CM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान ‘‘सुरक्षा चूक’’ को लेकर भाजपा की आलोचना का सामना कर रहे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी की ‘‘जान को खतरे की नौटंकी’’ का उद्देश्य राज्य में ‘‘लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार को गिराने का है।

09:21 AM Jan 07, 2022 IST | Desk Team

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान ‘‘सुरक्षा चूक’’ को लेकर भाजपा की आलोचना का सामना कर रहे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी की ‘‘जान को खतरे की नौटंकी’’ का उद्देश्य राज्य में ‘‘लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार को गिराने का है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान ‘‘सुरक्षा चूक’’ को लेकर भाजपा की आलोचना का सामना कर रहे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी की ‘‘जान को खतरे की नौटंकी’’ का उद्देश्य राज्य में ‘‘लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार को गिराने का है।
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बुद्धिमान पंजाबियों ने पार्टी के विभाजनकारी एजेंडे को पूरी तरह से खारिज कर दिया
चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के एक सम्मानित नेता हैं, लेकिन उनके कद के नेता को इस तरह की ‘‘घटिया नौटंकी’’ में शामिल होना शोभा नहीं देता। आधिकारिक बयान के अनुसार, चन्नी यहां न्यू अनाज मंडी में 18 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की आधारशिला रखने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
चन्नी ने यहां दसूया में एक अन्य सभा को भी संबोधित किया जहां उन्होंने आरोप लगाया कि बुधवार को भाजपा की रैली की विफलता इस तथ्य का प्रतिबिंब थी कि बुद्धिमान पंजाबियों ने पार्टी के विभाजनकारी एजेंडे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। टांडा में, मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मोदी की जान को कोई खतरा नहीं था, बल्कि फिरोजपुर में भाजपा की रैली में लोगों की संख्या कम होने के कारण उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया।
राज्य में लोकतंत्र की हत्या करने की एक बड़ी साजिश 
उन्होंने कहा कि रैली स्थल पर खाली कुर्सियों के कारण प्रधानमंत्री सुरक्षा खतरे के तुच्छ कारण का हवाला देते हुए राष्ट्रीय राजधानी वापस चले गए। चन्नी ने आरोप लगाया कि जिस झूठे बहाने पर प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा रद्द की, वह ‘‘पंजाब को बदनाम करने और राज्य में लोकतंत्र की हत्या करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है जैसा कि पूर्व में जम्मू कश्मीर में किया गया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारी एक किलोमीटर से अधिक दूर थे तो प्रधानमंत्री की जान को खतरा कैसे हुआ। उन्होंने कहा कि जहां मोदी का काफिला रुका, वहां एक नारा भी नहीं लगा, तो उनकी जान को खतरा कैसे हो सकता था। चन्नी ने कहा कि पंजाबियों ने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है और वे कभी भी प्रधानमंत्री के जीवन तथा सुरक्षा के लिए कोई खतरा पैदा नहीं कर सकते।
भाजपा का यह फ्लॉप शो इसकी झलक था
मुख्यमंत्री ने कहा कि रैली में जनता की कम उपस्थिति ने राज्य में भाजपा की खराब स्थिति को उजागर कर दिया है। दसूया में चन्नी ने कहा कि 70,000 कुर्सियों के साथ रैली में केवल 700 लोग मौजूद थे, यह मोदी सरकार के खिलाफ लोगों के मन में बढ़ती नाराजगी को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “खाली कुर्सियों ने भाजपा और उसके पूरे नेतृत्व को जनता की भावनाओं को समझने में विफलता के बारे में आईना दिखाया… पंजाबियों ने आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के घमंडी नेताओं को सबक सिखाने का मन बना लिया है और भाजपा का यह फ्लॉप शो इसकी झलक था।’’ उन्होंने दावा किया, प्रधानमंत्री और उनकी मंडली की नौटंकी का मकसद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना है। लुधियाना के मच्छीवाड़ा में एक अलग कार्यक्रम में चन्नी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री के आसपास के खुफिया अधिकारियों को उनकी सुरक्षा के लिए खतरा महसूस हुआ था तो वे क्या कर रहे थे।
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